महतारी वंदन योजना से सुमन बना रही पहचान

छत्तीसगढ़ संवाददाता बलरामपुर, 18 जुलाई।छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वपूर्ण योजना महतारी वंदन योजना का परिणाम है कि आज महिलाओं के सशक्तिकरण की बात हो रही है। इसकी एक मिसाल बलरामपुर जिले के रामानुजगंज के वार्ड क्रमांक 4 की निवासी सुमन विश्वकर्मा की जिंदगी में आए बदलाव को देखने से मिलती है। सुमन का जीवन पहले कठिनाइयों से भरा रहा है, घर में सभी आवश्यक जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पैसे नहीं थे। सुमन के 3 बच्चे हैं दो लडक़ी एक लडक़ा। बेटे के बेहतर भविष्य बनाने और बेटियों की शादी की चिंता कहीं न कहीं उसे परेशान करती थी। बच्चों को पढ़ाने का खर्च, राशन व अन्य घरेलू सामग्रियों को खरीदने में काफी मुश्किल होती थी। उन्होंने बताया कि परिवार के भरण पोषण के लिए उन्होंने प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ता था लेकिन अब वे योजना से मिली राशि से अपने जीवन में बदलाव लाकर बहुत खुश हैं। वे कहती हैं कि शासन ने जब महतारी वंदन योजना का शुभारंभ किया तब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से योजना के बारे में पता चला कि सरकार हर महीने 1 हजार रुपए देगी। तब मेरे मन में उम्मीद जगी कि पैसे बचा कर मैं इसका अपने जीवन में उपयोग कर सकती हूं। तब उन्होंने फॉर्म भरा और हर महीने पैसे आने लगे। वे बताती हंै कि वे पहले से सिलाई बुनाई में निपुण थी वह पहले पड़ोसी के मशीन में सिलाई करती थी महतारी वंदन योजना के पैसे आने के बाद तीन माह के पैसों से एक पुराना सेकंड हैंड सिलाई मशीन खरीदी जिससे वह सिलाई कर रही है सिलाई के माध्यम से मिले पैसों से वह अपने घर और बच्चों की पढ़ाई में खर्च कर रही है जिससे काफी सुविधा हुई है। वे कहती हंै कि महिला सशक्तिकरण को उत्प्रेरित करने वाली महतारी वंदन योजना के तहत हर माह एक हजार रुपए की राशि उनके खाते में पहुंच रही है। सुमन विश्वकर्मा ने इस योजना की सराहना करते हुए कहा कि मोदी की गारंटी से ही आज मेरे बैंक खाते में प्रतिमाह एक हजार रुपए मिल रही है। जो विषम परिस्थिति में मेरे लिए वरदान है। जिसके लिए उन्होंने राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया।

महतारी वंदन योजना से सुमन बना रही पहचान
छत्तीसगढ़ संवाददाता बलरामपुर, 18 जुलाई।छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वपूर्ण योजना महतारी वंदन योजना का परिणाम है कि आज महिलाओं के सशक्तिकरण की बात हो रही है। इसकी एक मिसाल बलरामपुर जिले के रामानुजगंज के वार्ड क्रमांक 4 की निवासी सुमन विश्वकर्मा की जिंदगी में आए बदलाव को देखने से मिलती है। सुमन का जीवन पहले कठिनाइयों से भरा रहा है, घर में सभी आवश्यक जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पैसे नहीं थे। सुमन के 3 बच्चे हैं दो लडक़ी एक लडक़ा। बेटे के बेहतर भविष्य बनाने और बेटियों की शादी की चिंता कहीं न कहीं उसे परेशान करती थी। बच्चों को पढ़ाने का खर्च, राशन व अन्य घरेलू सामग्रियों को खरीदने में काफी मुश्किल होती थी। उन्होंने बताया कि परिवार के भरण पोषण के लिए उन्होंने प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ता था लेकिन अब वे योजना से मिली राशि से अपने जीवन में बदलाव लाकर बहुत खुश हैं। वे कहती हैं कि शासन ने जब महतारी वंदन योजना का शुभारंभ किया तब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से योजना के बारे में पता चला कि सरकार हर महीने 1 हजार रुपए देगी। तब मेरे मन में उम्मीद जगी कि पैसे बचा कर मैं इसका अपने जीवन में उपयोग कर सकती हूं। तब उन्होंने फॉर्म भरा और हर महीने पैसे आने लगे। वे बताती हंै कि वे पहले से सिलाई बुनाई में निपुण थी वह पहले पड़ोसी के मशीन में सिलाई करती थी महतारी वंदन योजना के पैसे आने के बाद तीन माह के पैसों से एक पुराना सेकंड हैंड सिलाई मशीन खरीदी जिससे वह सिलाई कर रही है सिलाई के माध्यम से मिले पैसों से वह अपने घर और बच्चों की पढ़ाई में खर्च कर रही है जिससे काफी सुविधा हुई है। वे कहती हंै कि महिला सशक्तिकरण को उत्प्रेरित करने वाली महतारी वंदन योजना के तहत हर माह एक हजार रुपए की राशि उनके खाते में पहुंच रही है। सुमन विश्वकर्मा ने इस योजना की सराहना करते हुए कहा कि मोदी की गारंटी से ही आज मेरे बैंक खाते में प्रतिमाह एक हजार रुपए मिल रही है। जो विषम परिस्थिति में मेरे लिए वरदान है। जिसके लिए उन्होंने राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया।