पुणे के वन स्टॉप सेंटर में मिली लापता नाबालिग:झांसे में लेकर युवक ने भगाया फिर कर लिया किनारा, आरोपी गिरफ्तार

सतना जिले के सिंहपुर थाना क्षेत्र से लापता हुई एक नाबालिग छात्रा महाराष्ट्र के पुणे में वन स्टॉप सेंटर में मिली। उसे एक युवक ने बहला फुसला कर बुलाया था। पुलिस ने आरोपी युवक को भी गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, सिंहपुर थाना क्षेत्र से गत 28 अगस्त को लापता हुई नाबालिग को पुलिस ने खोज निकाला है। नाबालिग महाराष्ट्र के पुणे में वन स्टॉप सेंटर में पाई गई। सिंहपुर पुलिस की टीम उसे सतना ले आई है। पीड़िता से हुई पूछताछ और उसके बयान के आधार पर पुलिस ने इस मामले में अनुज कुशवाहा पिता गोविंद कुशवाहा (20) निवासी मसनहा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि 28 अगस्त को नाबालिग अपने घर से कहीं चली गई थी। उसकी मां घर पर ही घरेलू काम निपटा रही थी जबकि पिता काम पर गए हुए थे। पिता ने घर लौट कर जब बेटी को नहीं देखा तो उसकी तलाश शुरू की। तमाम सम्भावित स्थानों पर भी जब उसका कहीं पता नहीं चला तो थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। नाबालिग के पास मोबाइल नहीं था लेकिन वह घर से जाते वक्त 7 सौ रुपए अपने साथ ले गई थी। लगभग एक महीने तक चली खोज के बाद पुलिस को पता चला कि नाबालिग पुणे के वन स्टॉप सेंटर में है। पुलिस ने वहां पहुंच कर उसे अपने साथ लिया और पूछताछ की। उसने पुलिस को बताया कि अनुज कुमार कुशवाहा से उसकी बात होती थी। अनुज ने उसे पुणे आने के लिए कहा था। लेकिन जब वह पुणे पहुंची तो अनुज उससे नहीं मिला जिसके बाद वह वन स्टॉप सेंटर पहुंच गई।

पुणे के वन स्टॉप सेंटर में मिली लापता नाबालिग:झांसे में लेकर युवक ने भगाया फिर कर लिया किनारा, आरोपी गिरफ्तार

सतना जिले के सिंहपुर थाना क्षेत्र से लापता हुई एक नाबालिग छात्रा महाराष्ट्र के पुणे में वन स्टॉप सेंटर में मिली। उसे एक युवक ने बहला फुसला कर बुलाया था। पुलिस ने आरोपी युवक को भी गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, सिंहपुर थाना क्षेत्र से गत 28 अगस्त को लापता हुई नाबालिग को पुलिस ने खोज निकाला है। नाबालिग महाराष्ट्र के पुणे में वन स्टॉप सेंटर में पाई गई। सिंहपुर पुलिस की टीम उसे सतना ले आई है। पीड़िता से हुई पूछताछ और उसके बयान के आधार पर पुलिस ने इस मामले में अनुज कुशवाहा पिता गोविंद कुशवाहा (20) निवासी मसनहा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि 28 अगस्त को नाबालिग अपने घर से कहीं चली गई थी। उसकी मां घर पर ही घरेलू काम निपटा रही थी जबकि पिता काम पर गए हुए थे। पिता ने घर लौट कर जब बेटी को नहीं देखा तो उसकी तलाश शुरू की। तमाम सम्भावित स्थानों पर भी जब उसका कहीं पता नहीं चला तो थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। नाबालिग के पास मोबाइल नहीं था लेकिन वह घर से जाते वक्त 7 सौ रुपए अपने साथ ले गई थी। लगभग एक महीने तक चली खोज के बाद पुलिस को पता चला कि नाबालिग पुणे के वन स्टॉप सेंटर में है। पुलिस ने वहां पहुंच कर उसे अपने साथ लिया और पूछताछ की। उसने पुलिस को बताया कि अनुज कुमार कुशवाहा से उसकी बात होती थी। अनुज ने उसे पुणे आने के लिए कहा था। लेकिन जब वह पुणे पहुंची तो अनुज उससे नहीं मिला जिसके बाद वह वन स्टॉप सेंटर पहुंच गई।