सोयाबीन के लिए 58 केंद्रों पर हो रहा पंजीयन:मंडी में भी हो रही आवक, समर्थन मूल्‍य पर होगी खरीदी

खरीफ सीजन की प्रमुख फसल सोयाबीन पक कर तैयार हो चुकी हैं, इस बार भाव को लेकर चिंता कर रहे किसानों को सरकार ने समर्थन मूल्‍य पर खरीदी की बात कही है। इससे किसानों को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद हैं, खरीदी के लिए पंजीयन का क्रम शुरू हो चुका है। शासन स्तर से 23 अक्टूबर से सोयाबीन की खरीदी प्रस्तावित है। जिले में सोयाबीन पंजीयन के लिए 58 केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर किसान दस्‍तावेज दिखाकर पंजीयन करवा सकता है। इधर सितंबर माह के अंतिम सप्ताह में हुई बारिश के कारण सोयाबीन की फसल भी प्रभावित हुई है, जिसका असर मंडी में होने वाली नीलामी के भाव में जरूर देखने को मिलेगा। दरअसल जिले में खरीफ सीजन में 5 लाख 14 हजार हेक्टेयर में सोयाबीन की बोवनी हुई थी, ग्रामीण अंचल में सोयाबीन की फसल तैयार हो चुकी है। अर्ली वैराइटी की सोयाबीन कटाई की स्थिति में आ चुकी हैं, लैट वैराइटी की सोयाबीन अब पकने की स्थिति में आ चुकी है। कटाई के बाद किसान सोयाबीन बेचने के बजाय सरकारी खरीदी तक इंतजार करेंगे, क्योंकि पहला मौका हैं, जब सोयाबीन समर्थन मूल्‍य पर खरीदी जाएगी। जिससे किसानों को फायदा होने की उम्मीद है। पुरानी सोयाबीन की आवक अनाज मंडी में इन दिनों सोयाबीन की आवक हो रही हैं, हालांकि किसान पुरानी सोयाबीन को लेकर मंडी पहुंच रहे है। किसानों को सोयाबीन का मॉडल भाव 4300 से 4400 रुपए प्रति क्विंटल का मिल रहा हैं, गत दिनों हुई बारिश के बाद सतर्कता के चलते किसान वाहनों पर तिरपाल बांधकर उपज लेकर आ रहे है। डीडीए जीएस मोहनिया ने बताया कि समर्थन मूल्‍य पर सोयाबीन की खरीदी के लिए पंजीयन केंद्रों की शुरुआत की गई हैं, जहां पर किसान पंजीयन आसानी से करवा सकते हैं।

सोयाबीन के लिए 58 केंद्रों पर हो रहा पंजीयन:मंडी में भी हो रही आवक, समर्थन मूल्‍य पर होगी खरीदी

खरीफ सीजन की प्रमुख फसल सोयाबीन पक कर तैयार हो चुकी हैं, इस बार भाव को लेकर चिंता कर रहे किसानों को सरकार ने समर्थन मूल्‍य पर खरीदी की बात कही है। इससे किसानों को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद हैं, खरीदी के लिए पंजीयन का क्रम शुरू हो चुका है। शासन स्तर से 23 अक्टूबर से सोयाबीन की खरीदी प्रस्तावित है। जिले में सोयाबीन पंजीयन के लिए 58 केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर किसान दस्‍तावेज दिखाकर पंजीयन करवा सकता है। इधर सितंबर माह के अंतिम सप्ताह में हुई बारिश के कारण सोयाबीन की फसल भी प्रभावित हुई है, जिसका असर मंडी में होने वाली नीलामी के भाव में जरूर देखने को मिलेगा। दरअसल जिले में खरीफ सीजन में 5 लाख 14 हजार हेक्टेयर में सोयाबीन की बोवनी हुई थी, ग्रामीण अंचल में सोयाबीन की फसल तैयार हो चुकी है। अर्ली वैराइटी की सोयाबीन कटाई की स्थिति में आ चुकी हैं, लैट वैराइटी की सोयाबीन अब पकने की स्थिति में आ चुकी है। कटाई के बाद किसान सोयाबीन बेचने के बजाय सरकारी खरीदी तक इंतजार करेंगे, क्योंकि पहला मौका हैं, जब सोयाबीन समर्थन मूल्‍य पर खरीदी जाएगी। जिससे किसानों को फायदा होने की उम्मीद है। पुरानी सोयाबीन की आवक अनाज मंडी में इन दिनों सोयाबीन की आवक हो रही हैं, हालांकि किसान पुरानी सोयाबीन को लेकर मंडी पहुंच रहे है। किसानों को सोयाबीन का मॉडल भाव 4300 से 4400 रुपए प्रति क्विंटल का मिल रहा हैं, गत दिनों हुई बारिश के बाद सतर्कता के चलते किसान वाहनों पर तिरपाल बांधकर उपज लेकर आ रहे है। डीडीए जीएस मोहनिया ने बताया कि समर्थन मूल्‍य पर सोयाबीन की खरीदी के लिए पंजीयन केंद्रों की शुरुआत की गई हैं, जहां पर किसान पंजीयन आसानी से करवा सकते हैं।