समर कैम्प और शाला प्रवेशोत्सव के भव्य आयोजन की करें तैयारी

छत्तीसगढ़ संवाददाता कोंडागांव, 24 मई। कलेक्टर कुणाल दुदावत ने सभी स्कूलों में समर कैंप के आयोजन की तैयारी के साथ ही शाला प्रवेशोत्सव के भव्य आयोजन के लिए आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए। शुक्रवार को जिला कार्यालय के प्रथम तल स्थित सभा कक्ष में आयोजित शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने नए शिक्षा सत्र में नए ऊर्जा और उत्साह के साथ कार्य करने के निर्देश दिए, जिससे शत-प्रतिशत सफलता का परिणाम प्राप्त किया जा सके। कलेक्टर ने कहा कि नियमित शिक्षा के साथ ही विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों से जोडऩे के लिए समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है तथा इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए विभिन्न रोचक गतिविधियों का आयोजन किया जाए। बच्चों को शारीरिक के साथ-साथ सांस्कृतिक और बौद्धिक शिक्षा प्रदान का कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि इसके तहत शारीरिक व्यायाम, गीत-संगीत, नृत्य, वादन, वाचन के साथ ही विज्ञान से संबंधित सिद्धांतों पर आधारित मॉडल का निर्माण इत्यादि के माध्यम से बच्चों को रोचकतापूर्वक शिक्षा प्रदान की जाए। कलेक्टर ने कहा कि नए सत्र में विद्यार्थियों का प्रवेश उत्सव भव्यता के साथ आयोजित करने हेतु आवश्यक तैयारियां पूरी करें और शाला प्रवेशोत्सव के दिन बच्चों को गाजे-बाजे के साथ फूलमाला और तिलक लगाकर नवप्रवेशी बच्चों का स्वागत किया जाए। शाला प्रवेश के अवसर पर बच्चों को गणवेश तथा पाठ्य पुस्तक वितरण के निर्देश भी उन्होंने दिए। उन्होंने इस अवसर पर मेधावी विद्यार्थियों के सम्मान के लिए भी निर्देशित किया। पहली कक्षा में प्रवेश प्राप्त करने वाले बच्चों की जानकारी आंगनबाड़ी केन्द्रों से प्राप्त कर बच्चों के पालकों के साथ ही शाला प्रवेश के लिए चर्चा कर लिया जाए। शाला प्रवेश की पूरी कार्यवाही सहजतापूर्वक पूरी करने के साथ ही अन्यत्र शाला में प्रवेश लेने के इच्छुक विद्यार्थियों को भी सहजता के साथ स्थानांतरण प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने शाला त्यागी बच्चों के पुन: स्कूल प्रवेश पर जोर देते हुए कहा कि स्वयंसेवी संस्थानों के माध्यम से 6 से 14 वर्ष तक के शाला त्यागी बच्चों की पहचान की जा रही है। इन सभी बच्चों को शासन के निर्देशानुसार नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि शिक्षा के अधिकार के तहत निजी विद्यालयों की 25 फीसदी सीटों पर गरीब विद्यार्थियों के प्रवेश के साथ ही शिक्षा की निरंतरता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि निजी विद्यालयों में कोई भी विद्यार्थी प्रवेश के उपरांत शाला त्यागी न हो, इसके लिए शाला प्रबंधन से आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी आदित्य चांडक, जिला मिशन समन्वयक महेन्द्र पाण्डे, वेणुगोपाल राव, डॉ. स्टेनली जॉन सहित खण्ड शिक्षा अधिकारी, सहायक खंड शिक्षा अधिकारी एवं खण्ड स्त्रोत समन्वयक उपस्थित थे।

समर कैम्प और शाला प्रवेशोत्सव के भव्य आयोजन की करें तैयारी
छत्तीसगढ़ संवाददाता कोंडागांव, 24 मई। कलेक्टर कुणाल दुदावत ने सभी स्कूलों में समर कैंप के आयोजन की तैयारी के साथ ही शाला प्रवेशोत्सव के भव्य आयोजन के लिए आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए। शुक्रवार को जिला कार्यालय के प्रथम तल स्थित सभा कक्ष में आयोजित शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने नए शिक्षा सत्र में नए ऊर्जा और उत्साह के साथ कार्य करने के निर्देश दिए, जिससे शत-प्रतिशत सफलता का परिणाम प्राप्त किया जा सके। कलेक्टर ने कहा कि नियमित शिक्षा के साथ ही विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों से जोडऩे के लिए समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है तथा इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए विभिन्न रोचक गतिविधियों का आयोजन किया जाए। बच्चों को शारीरिक के साथ-साथ सांस्कृतिक और बौद्धिक शिक्षा प्रदान का कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि इसके तहत शारीरिक व्यायाम, गीत-संगीत, नृत्य, वादन, वाचन के साथ ही विज्ञान से संबंधित सिद्धांतों पर आधारित मॉडल का निर्माण इत्यादि के माध्यम से बच्चों को रोचकतापूर्वक शिक्षा प्रदान की जाए। कलेक्टर ने कहा कि नए सत्र में विद्यार्थियों का प्रवेश उत्सव भव्यता के साथ आयोजित करने हेतु आवश्यक तैयारियां पूरी करें और शाला प्रवेशोत्सव के दिन बच्चों को गाजे-बाजे के साथ फूलमाला और तिलक लगाकर नवप्रवेशी बच्चों का स्वागत किया जाए। शाला प्रवेश के अवसर पर बच्चों को गणवेश तथा पाठ्य पुस्तक वितरण के निर्देश भी उन्होंने दिए। उन्होंने इस अवसर पर मेधावी विद्यार्थियों के सम्मान के लिए भी निर्देशित किया। पहली कक्षा में प्रवेश प्राप्त करने वाले बच्चों की जानकारी आंगनबाड़ी केन्द्रों से प्राप्त कर बच्चों के पालकों के साथ ही शाला प्रवेश के लिए चर्चा कर लिया जाए। शाला प्रवेश की पूरी कार्यवाही सहजतापूर्वक पूरी करने के साथ ही अन्यत्र शाला में प्रवेश लेने के इच्छुक विद्यार्थियों को भी सहजता के साथ स्थानांतरण प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने शाला त्यागी बच्चों के पुन: स्कूल प्रवेश पर जोर देते हुए कहा कि स्वयंसेवी संस्थानों के माध्यम से 6 से 14 वर्ष तक के शाला त्यागी बच्चों की पहचान की जा रही है। इन सभी बच्चों को शासन के निर्देशानुसार नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि शिक्षा के अधिकार के तहत निजी विद्यालयों की 25 फीसदी सीटों पर गरीब विद्यार्थियों के प्रवेश के साथ ही शिक्षा की निरंतरता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि निजी विद्यालयों में कोई भी विद्यार्थी प्रवेश के उपरांत शाला त्यागी न हो, इसके लिए शाला प्रबंधन से आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी आदित्य चांडक, जिला मिशन समन्वयक महेन्द्र पाण्डे, वेणुगोपाल राव, डॉ. स्टेनली जॉन सहित खण्ड शिक्षा अधिकारी, सहायक खंड शिक्षा अधिकारी एवं खण्ड स्त्रोत समन्वयक उपस्थित थे।