व्यवसाय में महिलाओं की यात्रा का जश्न मनाते आईआईएम रायपुर की शक्तिरथ 2024 मेजबानी

रायपुर, 11 मार्च। भारतीय प्रबंध संस्थान (भा.प्र.सं.) रायपुर ने बताया कि संस्थान ने गर्व से शक्तिरथ 2024 के दूसरे संस्करण का आयोजन किया। संस्थान ने शक्तिरथ 2024 को सफलतापूर्वक संचालित किया, एक ऐतिहासिक कार्यक्रम जो विभिन्न उद्योगों में महिला नेताओं का सम्मान और सशक्तिकरण करने के लिए समर्पित था । आईआईएम रायपुर ने बताया कि इस कार्यक्रम की शुरुआत प्रतीकात्मक दीप प्रज्ज्वलन से हुई, जिसने लीडरशिप, और नवाचार पर गहरे विचारों के लिए मंच को तैयार किया। भा.प्र.सं. रायपुर की प्लेसमेंट अध्यक्ष प्रोफेसर रश्मि शुक्ला ने नेतृत्व भूमिकाओं में लैंगिक समावेशन की तत्काल आवश्यकता पर चर्चाएं आरंभ की। प्रोफेसर राम कुमार काकानी, भा.प्र.सं.रायपुर के निदेशक, ने नैतिक मानकों को प्रभावित करने वाली सामाजिक चुनौतियों पर प्रकाश डाला और व्यक्तिगत कड़ीता का समर्थन किया। आईआईएम रायपुर ने बताया कि मुख्य अतिथि श्रीमती अंजनी माधवी, वरिष्ठ नेता, ने एक आर्थिक दृष्टिकोण लाया, जिसमें लैंगिक समानता के आर्थिक लाभों पर जोर दिया। जो महिलाएं शक्ति अम्मा बन गईं, वह बेचती और कमाती हैं, यह साबित करती है कि वे बहुत कम ऋणवाले होते हैं। उन्होंने फिर भूमिका विशेषता, सहनशीलता, और महिलाओं के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बातचीत की। आईआईएम रायपुर ने बताया कि शक्तिरथ 2024 में भविष्य की महिला नेताओं को सशक्त करना पर उद्घाटन पैनल में मिसेज अदिति हिंगू, ऑटम कंसल्टिंग सेवाओं की संस्थापक और सीईओ, मिसेज धन्या रॉस मैथ्यू, फुजित्सु के ग्राहक आंगन की प्रमुख, मिसेज कृतिका सिवनेसन, मर्सिडीज-बेंज वित्तीय इंडिया की उप महाप्रबंधक - मानव संसाधन, और डॉ. सुरभी गंगवार, यूपी की विधायिका, के विचारों का उल्लेख किया गया। आईआईएम रायपुर ने बताया कि चर्चा को डॉ. अरुणिमा शाह ने संयोजित किया, जिसमें अनूठे दृष्टिकोणों को हाइलाइट किया गया, पूर्वाग्रहों का सामना किया और आत्मविश्वास की परिवर्तनशील शक्ति पर जोर दिया। मिस हिंगू के बयान, जिंदगी चुनौतियों को फेंकती है, लेकिन सहनशीलता ही एकमात्र विकल्प है। आपके 60 वर्षों में एक दिन, आप पीछे मुडक़र देखेंगे और खुश होंगे इस थीम के साथ संवाद करते हैं।

व्यवसाय में महिलाओं की यात्रा का जश्न मनाते आईआईएम रायपुर की शक्तिरथ 2024 मेजबानी
रायपुर, 11 मार्च। भारतीय प्रबंध संस्थान (भा.प्र.सं.) रायपुर ने बताया कि संस्थान ने गर्व से शक्तिरथ 2024 के दूसरे संस्करण का आयोजन किया। संस्थान ने शक्तिरथ 2024 को सफलतापूर्वक संचालित किया, एक ऐतिहासिक कार्यक्रम जो विभिन्न उद्योगों में महिला नेताओं का सम्मान और सशक्तिकरण करने के लिए समर्पित था । आईआईएम रायपुर ने बताया कि इस कार्यक्रम की शुरुआत प्रतीकात्मक दीप प्रज्ज्वलन से हुई, जिसने लीडरशिप, और नवाचार पर गहरे विचारों के लिए मंच को तैयार किया। भा.प्र.सं. रायपुर की प्लेसमेंट अध्यक्ष प्रोफेसर रश्मि शुक्ला ने नेतृत्व भूमिकाओं में लैंगिक समावेशन की तत्काल आवश्यकता पर चर्चाएं आरंभ की। प्रोफेसर राम कुमार काकानी, भा.प्र.सं.रायपुर के निदेशक, ने नैतिक मानकों को प्रभावित करने वाली सामाजिक चुनौतियों पर प्रकाश डाला और व्यक्तिगत कड़ीता का समर्थन किया। आईआईएम रायपुर ने बताया कि मुख्य अतिथि श्रीमती अंजनी माधवी, वरिष्ठ नेता, ने एक आर्थिक दृष्टिकोण लाया, जिसमें लैंगिक समानता के आर्थिक लाभों पर जोर दिया। जो महिलाएं शक्ति अम्मा बन गईं, वह बेचती और कमाती हैं, यह साबित करती है कि वे बहुत कम ऋणवाले होते हैं। उन्होंने फिर भूमिका विशेषता, सहनशीलता, और महिलाओं के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बातचीत की। आईआईएम रायपुर ने बताया कि शक्तिरथ 2024 में भविष्य की महिला नेताओं को सशक्त करना पर उद्घाटन पैनल में मिसेज अदिति हिंगू, ऑटम कंसल्टिंग सेवाओं की संस्थापक और सीईओ, मिसेज धन्या रॉस मैथ्यू, फुजित्सु के ग्राहक आंगन की प्रमुख, मिसेज कृतिका सिवनेसन, मर्सिडीज-बेंज वित्तीय इंडिया की उप महाप्रबंधक - मानव संसाधन, और डॉ. सुरभी गंगवार, यूपी की विधायिका, के विचारों का उल्लेख किया गया। आईआईएम रायपुर ने बताया कि चर्चा को डॉ. अरुणिमा शाह ने संयोजित किया, जिसमें अनूठे दृष्टिकोणों को हाइलाइट किया गया, पूर्वाग्रहों का सामना किया और आत्मविश्वास की परिवर्तनशील शक्ति पर जोर दिया। मिस हिंगू के बयान, जिंदगी चुनौतियों को फेंकती है, लेकिन सहनशीलता ही एकमात्र विकल्प है। आपके 60 वर्षों में एक दिन, आप पीछे मुडक़र देखेंगे और खुश होंगे इस थीम के साथ संवाद करते हैं।