धान का परिवहन नहीं होने से सूखत की सता रही चिंता, सौंपा ज्ञापन

छत्तीसगढ़ संवाददाता बेमेतरा, 2 मार्च। प्रदेश के खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल के गृह जिला बेमेतरा में धान परिवहन की गति धीमी गति से चल रही है। जिसे लेकर बेमेतरा जिला के सेवा सहकारी समिति के कर्मचारीगण परेशान नजर आ रहे हैं और लगातार बेमेतरा कलेक्ट्रेट और खाद विभाग पहुंचकर धान परिवहन कराने की गुहार लगा रहे हैं। वहीं सेवा सहकारी समितियों में बफर लिमिट से डबल धान अब भी डंप पड़े हुए हैं जिसे लेकर धान में सूखत मौसम बारिश का खतरा बना हुआ है जिसका सीधा नुकसान समिति को उठाना पड़ता है। 72 घंटे का वादा 25 दिनों में नहीं हुआ पूरा बेमेतरा जिला सहकारी समिति कर्मचारीयों ने गुरुवार को बेमेतरा कलेक्टर पहुंच कर अपर कलेक्टर सीएल मारकंडेय को ज्ञापन सौंपकर धान उपार्जन केंद्रों में बफर लिमिट से अधिक डंप धान जल्द परिवहन कराने ज्ञापन सौंपा है। वहीं धान परिवहन को लेकर समिति कर्मचारियों ने खाद्य अधिकारी जिला नोडल अधिकारी व जिला विपणन अधिकारी को भी ज्ञापन की कॉपी सौंपी है। धान परिवहन को लेकर शासन-प्रशासन की उदासीनता से सेवा सहकारी समिति के कर्मचारीगण परेशान हो रहे है। धान परिवहन को लेकर समिति कर्मियों नेसौपा ज्ञापन पदाधिकारियों ने ज्ञापन में कहा है कि समिति द्वारा किये गए अनुबंध के आधार पर धान खरीदी के 72 घंटे बाद धान परिवहन कराना जरूरी होता है, परंतु महीनों बीत जाने के बाद भी धान परिवहन की गति सुस्त पड़ी हुई है जिसका सीधा नुकसान समिति को होना तय है। समिति कर्मचारियों का कहना है कि धान खरीदी 1 नवंबर से प्रारंभ होती है जिस समय नमी 14 से 17 प्रतिशत होती है परंतु धान उठाव के समय नमी 10 से 12 प्रतिशत रहता है। वहीं 2 से 4 प्रतिशत धान में सुखत स्वाभाविक है जिसे शासन स्तर पर मान्य किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि धान उपार्जन केंद्रों में खुले आसमान के नीचे डंप धान में बेमौसम बारिश तेज धूप से सुखत सुरही चूहा इत्यादि से समिति को नुकसान होना तय है जिसके लिए जल्द धान परिवहन करने की मांग कर हैं। अपर कलेक्टर सीएल मार्कखण्डेय ने कहा कि जिले में 2 लाख 28 हजार टन धान का उठाव बचा है। 61700 टन का डीओ कट चुका है जैसे ही अलॉटमेंट आएगा धान परिवहन पूर्ण करा लिया जाएगा।

धान का परिवहन नहीं होने से सूखत  की सता रही चिंता, सौंपा ज्ञापन
छत्तीसगढ़ संवाददाता बेमेतरा, 2 मार्च। प्रदेश के खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल के गृह जिला बेमेतरा में धान परिवहन की गति धीमी गति से चल रही है। जिसे लेकर बेमेतरा जिला के सेवा सहकारी समिति के कर्मचारीगण परेशान नजर आ रहे हैं और लगातार बेमेतरा कलेक्ट्रेट और खाद विभाग पहुंचकर धान परिवहन कराने की गुहार लगा रहे हैं। वहीं सेवा सहकारी समितियों में बफर लिमिट से डबल धान अब भी डंप पड़े हुए हैं जिसे लेकर धान में सूखत मौसम बारिश का खतरा बना हुआ है जिसका सीधा नुकसान समिति को उठाना पड़ता है। 72 घंटे का वादा 25 दिनों में नहीं हुआ पूरा बेमेतरा जिला सहकारी समिति कर्मचारीयों ने गुरुवार को बेमेतरा कलेक्टर पहुंच कर अपर कलेक्टर सीएल मारकंडेय को ज्ञापन सौंपकर धान उपार्जन केंद्रों में बफर लिमिट से अधिक डंप धान जल्द परिवहन कराने ज्ञापन सौंपा है। वहीं धान परिवहन को लेकर समिति कर्मचारियों ने खाद्य अधिकारी जिला नोडल अधिकारी व जिला विपणन अधिकारी को भी ज्ञापन की कॉपी सौंपी है। धान परिवहन को लेकर शासन-प्रशासन की उदासीनता से सेवा सहकारी समिति के कर्मचारीगण परेशान हो रहे है। धान परिवहन को लेकर समिति कर्मियों नेसौपा ज्ञापन पदाधिकारियों ने ज्ञापन में कहा है कि समिति द्वारा किये गए अनुबंध के आधार पर धान खरीदी के 72 घंटे बाद धान परिवहन कराना जरूरी होता है, परंतु महीनों बीत जाने के बाद भी धान परिवहन की गति सुस्त पड़ी हुई है जिसका सीधा नुकसान समिति को होना तय है। समिति कर्मचारियों का कहना है कि धान खरीदी 1 नवंबर से प्रारंभ होती है जिस समय नमी 14 से 17 प्रतिशत होती है परंतु धान उठाव के समय नमी 10 से 12 प्रतिशत रहता है। वहीं 2 से 4 प्रतिशत धान में सुखत स्वाभाविक है जिसे शासन स्तर पर मान्य किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि धान उपार्जन केंद्रों में खुले आसमान के नीचे डंप धान में बेमौसम बारिश तेज धूप से सुखत सुरही चूहा इत्यादि से समिति को नुकसान होना तय है जिसके लिए जल्द धान परिवहन करने की मांग कर हैं। अपर कलेक्टर सीएल मार्कखण्डेय ने कहा कि जिले में 2 लाख 28 हजार टन धान का उठाव बचा है। 61700 टन का डीओ कट चुका है जैसे ही अलॉटमेंट आएगा धान परिवहन पूर्ण करा लिया जाएगा।