करियर काउंसलिंग पर 2 दिनी कार्यशाला

छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा, 9 जून। जिला प्रशासन व स्कूल शिक्षा विभाग दंतेवाड़ा सत्र 2024-25 से जिले के समस्त हाई व हायर सेकें डरी स्कूलों में करियर मार्गदर्शन कार्यक्रम कक्षा 9 से 12 के छात्र छात्राओं के लिए प्रारम्भ करने जा रहा है। जिस तारतम्य में 6 व 7 जून को दो दिवसीय कार्यशाला समस्त हाई व हायर सेकेंडरी स्कूलों के शिक्षकों के साथ जिला ग्रंथालय में सम्पन्न हुई । यूनिसेफ के सहयोग से सत्र भर चलने वाले इस कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षकों द्वारा कक्षा 9 व 10 के विद्यार्थियों को उनकी रुचि योग्यता व कौशल के आधार पर विषय का चयन किस प्रकार किया जाए इस पर सहयोग व आवश्यक मार्गदर्शन मिले जिससे वे अपने कैरियर की तैयारी कक्षा 11 से ही निर्धारित कर सकेंगे। उसी प्रकार कक्षा 11 व 12 के विद्यार्थियों को उनकी रुचि योग्यता के अनुसार 12 के बाद के सभी विकल्पों के बारे में सभी प्रकार की जानकारियां व सहयोग मिलेगा जिससे उन्ही उच्च शिक्षा में प्रवेश लेने में आसानी होगी। कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी की इस पहल से जिले के सभी 9 से 12 के विद्यार्थियों को भविष्य निर्माण हेतु मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा जिससे अधिक से अधिक छात्र उच्च शिक्षा एव व्यावसायिक शिक्षा से जुड़ पाएंगे।

करियर काउंसलिंग पर 2 दिनी कार्यशाला
छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा, 9 जून। जिला प्रशासन व स्कूल शिक्षा विभाग दंतेवाड़ा सत्र 2024-25 से जिले के समस्त हाई व हायर सेकें डरी स्कूलों में करियर मार्गदर्शन कार्यक्रम कक्षा 9 से 12 के छात्र छात्राओं के लिए प्रारम्भ करने जा रहा है। जिस तारतम्य में 6 व 7 जून को दो दिवसीय कार्यशाला समस्त हाई व हायर सेकेंडरी स्कूलों के शिक्षकों के साथ जिला ग्रंथालय में सम्पन्न हुई । यूनिसेफ के सहयोग से सत्र भर चलने वाले इस कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षकों द्वारा कक्षा 9 व 10 के विद्यार्थियों को उनकी रुचि योग्यता व कौशल के आधार पर विषय का चयन किस प्रकार किया जाए इस पर सहयोग व आवश्यक मार्गदर्शन मिले जिससे वे अपने कैरियर की तैयारी कक्षा 11 से ही निर्धारित कर सकेंगे। उसी प्रकार कक्षा 11 व 12 के विद्यार्थियों को उनकी रुचि योग्यता के अनुसार 12 के बाद के सभी विकल्पों के बारे में सभी प्रकार की जानकारियां व सहयोग मिलेगा जिससे उन्ही उच्च शिक्षा में प्रवेश लेने में आसानी होगी। कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी की इस पहल से जिले के सभी 9 से 12 के विद्यार्थियों को भविष्य निर्माण हेतु मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा जिससे अधिक से अधिक छात्र उच्च शिक्षा एव व्यावसायिक शिक्षा से जुड़ पाएंगे।