सिरौली गोलीकांड का मास्टर माइंड निकला भतीजा

जायदाद हड़पने रची साजिश, 2 शूटर्स सहित 6 आरोपी गिरफ्तार छत्तीसगढ़ संवाददाता मनेन्द्रगढ़, 12 मार्च। दो सप्ताह पहले एमसीबी जिले के सिरौली में महिला पर देशी कट्टा से फायर किया गया था। मामले में घायल का भतीजा ही मास्टरमाइंड निकला। उसने अपनी पत्नी के साथ मिलकर जमीन, संपत्ति एवं नौकरी की चाह में आपराधिक षड्यंत्र तैयार किया था। महिला की हत्या करने के लिए शूटरों को 1 लाख रूपए की सुपारी दी गई थी। वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी शूटर पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश से आए थे और हत्या के लिए साप्ताहिक बाजार के दिन का चयन किया गया था। एमसीबी पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन ने मंगलवार को गोलीकांड के पूरे मामले का खुलासा किया। घटना दिवस 26 फरवरी को प्रार्थिया दीपिका अगरिया ने सिटी कोतवाली मनेंद्रगढ़ आकर मौखिक रिपोर्ट दर्ज कराई कि 2 अज्ञात व्यक्ति पानी पीने के बहाने बड़ी मां कुंती के पास आए और जान से मारने की नीयत से गोली मारकर भाग गए। रिपोर्ट पर अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निमेश बरैया, एसडीओपी मनेंद्रगढ़ एलेक्स टोप्पो व कोतवाली प्रभारी अमित कौशिक तथा विशेष टीम के द्वारा मुखबिर की सूचना एवं घटना की सूक्ष्मता से कड़ी दर कड़ी जांच करने पर पता चला कि कुंती का ही भतीजा मनीष एवं उसकी पत्नी रेशमा के द्वारा जमीन, पैसे एवं नौकरी की चाह में कुंती बाई जो शासकीय स्कूल कोथारी में भृत्य के पद पर पदस्थ है, की हत्या की योजना बनाई। इसके बाद मनीष अपने ससुर ग्राम रेउला निवासी भुमसेन अगरिया को योजना के संबंध में बताया, जो बाइक से अपने साढ़ू संतोष अगरिया के पास लेकर गया। संतोष अगरिया ने उसे कमलेश गोंड़ से मिलाया तथा 1 लाख रूपए में पति खोई कुंती बाई की हत्या करने का सौदा तय हुआ। संतोष के द्वारा कमलेश गोंड़ को देशी कट्टा व गोली उपलब्ध कराई गई। इसके बाद घटना ग्राम सिरौली के साप्ताहिक बाजार का दिन चुना गया। मनीष के द्वारा घटना वाले दिन फोन कर कमलेश एवं उसके साथी दलप्रताप सिंह उर्फ गुड्डा के साथ बाइक पर आए जिन्हें मनीष के द्वारा घटना कारित करने के लिए ग्राम सिरौली हसदेव नदी के पास छोडक़र अपने पत्नी व बच्चों को बाजार जाने के लिए बोला एवं योजना के मुताबिक रेशमा अपनी ननंद दीपिका एवं बच्चों को लेकर साप्ताहिक बाजार सिरौली चली गई। घर पर अकेले कुंती बाई थी, उसी समय शूटर कमलेश सिंह एवं प्रताप सिंह उर्फ गुड्डा के द्वारा योजनाबद्ध तरीके से कुंती के घर पहुंचकर मनीष को पूछने के बहाने रूके और महुआ शराब पीने के लिए पानी एवं गिलास मांगे। कमलेश बगल की दुकान से मूंगफली के पैकेट लेकर आया एवं महुआ शराब आंगन में कुर्सी में बैठकर पीए। शूटरों ने पुन: पानी पीने के लिए मांगा। कुंती पानी लेने जा रही थी उसी समय कमलेश अपने झोले से देशी कट्टा निकालकर हत्या करने े फायर किया। गोली नहीं चलने पर कमलेश से कट्टा छीनकर गुड्डा ने घर की परछी में जाकर गोली मार दी। वारदात के बाद दोनों घर के पीछे से भाग गए थे, जिन्हें घटना के बाद मृत्यु नहीं होने पर पुन: मृत्यु करने हेतु फोन कर रेशमा के द्वारा सुपारी दी गई थी। कार्रवाई में निरीक्षक अमित कौशिक कोतवाली प्रभारी मनेंद्रगढ़, अमित कश्यप थाना प्रभारी पोंड़ी, राकेश शर्मा प्रधान आरक्षक, इस्तियाक खान, राकेश शर्मा, महिला प्रधान आरक्षक बिनको कुजूर, आरक्षक साधना, इशिता श्रीवास्तव एवं विशेष टीम से प्रधान आरक्षक पुष्कल सिन्हा, सुनील रजक, नीरज पढियार, आरक्षक भूपेंद्र यादव, जितेंद्र ठाकुर, राकेश तिवारी, शहबाज खान एवं थाना मनेंद्रगढ़़ स्टाफ की भूमिका रही।

सिरौली गोलीकांड का मास्टर माइंड निकला भतीजा
जायदाद हड़पने रची साजिश, 2 शूटर्स सहित 6 आरोपी गिरफ्तार छत्तीसगढ़ संवाददाता मनेन्द्रगढ़, 12 मार्च। दो सप्ताह पहले एमसीबी जिले के सिरौली में महिला पर देशी कट्टा से फायर किया गया था। मामले में घायल का भतीजा ही मास्टरमाइंड निकला। उसने अपनी पत्नी के साथ मिलकर जमीन, संपत्ति एवं नौकरी की चाह में आपराधिक षड्यंत्र तैयार किया था। महिला की हत्या करने के लिए शूटरों को 1 लाख रूपए की सुपारी दी गई थी। वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी शूटर पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश से आए थे और हत्या के लिए साप्ताहिक बाजार के दिन का चयन किया गया था। एमसीबी पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन ने मंगलवार को गोलीकांड के पूरे मामले का खुलासा किया। घटना दिवस 26 फरवरी को प्रार्थिया दीपिका अगरिया ने सिटी कोतवाली मनेंद्रगढ़ आकर मौखिक रिपोर्ट दर्ज कराई कि 2 अज्ञात व्यक्ति पानी पीने के बहाने बड़ी मां कुंती के पास आए और जान से मारने की नीयत से गोली मारकर भाग गए। रिपोर्ट पर अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निमेश बरैया, एसडीओपी मनेंद्रगढ़ एलेक्स टोप्पो व कोतवाली प्रभारी अमित कौशिक तथा विशेष टीम के द्वारा मुखबिर की सूचना एवं घटना की सूक्ष्मता से कड़ी दर कड़ी जांच करने पर पता चला कि कुंती का ही भतीजा मनीष एवं उसकी पत्नी रेशमा के द्वारा जमीन, पैसे एवं नौकरी की चाह में कुंती बाई जो शासकीय स्कूल कोथारी में भृत्य के पद पर पदस्थ है, की हत्या की योजना बनाई। इसके बाद मनीष अपने ससुर ग्राम रेउला निवासी भुमसेन अगरिया को योजना के संबंध में बताया, जो बाइक से अपने साढ़ू संतोष अगरिया के पास लेकर गया। संतोष अगरिया ने उसे कमलेश गोंड़ से मिलाया तथा 1 लाख रूपए में पति खोई कुंती बाई की हत्या करने का सौदा तय हुआ। संतोष के द्वारा कमलेश गोंड़ को देशी कट्टा व गोली उपलब्ध कराई गई। इसके बाद घटना ग्राम सिरौली के साप्ताहिक बाजार का दिन चुना गया। मनीष के द्वारा घटना वाले दिन फोन कर कमलेश एवं उसके साथी दलप्रताप सिंह उर्फ गुड्डा के साथ बाइक पर आए जिन्हें मनीष के द्वारा घटना कारित करने के लिए ग्राम सिरौली हसदेव नदी के पास छोडक़र अपने पत्नी व बच्चों को बाजार जाने के लिए बोला एवं योजना के मुताबिक रेशमा अपनी ननंद दीपिका एवं बच्चों को लेकर साप्ताहिक बाजार सिरौली चली गई। घर पर अकेले कुंती बाई थी, उसी समय शूटर कमलेश सिंह एवं प्रताप सिंह उर्फ गुड्डा के द्वारा योजनाबद्ध तरीके से कुंती के घर पहुंचकर मनीष को पूछने के बहाने रूके और महुआ शराब पीने के लिए पानी एवं गिलास मांगे। कमलेश बगल की दुकान से मूंगफली के पैकेट लेकर आया एवं महुआ शराब आंगन में कुर्सी में बैठकर पीए। शूटरों ने पुन: पानी पीने के लिए मांगा। कुंती पानी लेने जा रही थी उसी समय कमलेश अपने झोले से देशी कट्टा निकालकर हत्या करने े फायर किया। गोली नहीं चलने पर कमलेश से कट्टा छीनकर गुड्डा ने घर की परछी में जाकर गोली मार दी। वारदात के बाद दोनों घर के पीछे से भाग गए थे, जिन्हें घटना के बाद मृत्यु नहीं होने पर पुन: मृत्यु करने हेतु फोन कर रेशमा के द्वारा सुपारी दी गई थी। कार्रवाई में निरीक्षक अमित कौशिक कोतवाली प्रभारी मनेंद्रगढ़, अमित कश्यप थाना प्रभारी पोंड़ी, राकेश शर्मा प्रधान आरक्षक, इस्तियाक खान, राकेश शर्मा, महिला प्रधान आरक्षक बिनको कुजूर, आरक्षक साधना, इशिता श्रीवास्तव एवं विशेष टीम से प्रधान आरक्षक पुष्कल सिन्हा, सुनील रजक, नीरज पढियार, आरक्षक भूपेंद्र यादव, जितेंद्र ठाकुर, राकेश तिवारी, शहबाज खान एवं थाना मनेंद्रगढ़़ स्टाफ की भूमिका रही।