शकुन डहरिया ने खाली किया कब्जा

छत्तीसगढ़ संवाददाता रायपुर, 25 फरवरी। शताब्दी नगर में 15 हजार वर्ग फीट की शासकीय भूमि पर बने आलीशान सामुदायिक भवन से पूर्व मंत्री शिव डहरिया की पत्नी शकुन डहरिया की अध्यक्षता वाली राजश्री सद्भावना समिति ने आज खाली कर दिया है । इस सामान्य से सामुदायिक भवन पर समिति ने कब्जा कर रखा था। और नगरीय प्रशासन मंत्री रहे शिव डहरिया ने शासकीय मदों से 3.50 करोड़ रूपए खर्च कर किले नुमा 12-12 फिट की चारदीवारी के भीतर एक भव्य भवन में ऐशो आराम की सुविधाएं जुटाई थी। यह एक तरह से देश का पहला लग्जिरियस सामुदायिक भवन कहा जा सकता है । यह भवन, इसी इलाके में उनके अपने आवास से लगा हुआ था। सामान्य सभा की बैठक में इस पर मचे बवाल के बाद निगम ने गुरूवार को शकुन को 72 घंटे में खाली करने का नोटिस दिया था। हालांकि वह खाली करने के बजाए स्टे लेने की तैयारी कर रही थीं। लेकिन सभी पहलुओं में स्वयं के पक्ष को कमजोर मानकर शकुन ने कब्जा खाली करने का फैसला किया । सारा सामान इस भवन से निकालकर चंद कदमों की दूरी पर स्थित डहरिया के घर के बाहर रखा गया है। खाली करने में फारच्युनर, स्कार्पियो और मेटाडोर वाहनों का इस्तेमाल किया गया । इस पूरी कवायद के दौरान डहरिया दंपत्ति नजर नहीं आई। घर के नौकर और पैकर्स मुवर्स के लोग ही दिखे।पहले जोन कमिश्नर देवेश कोसरिया को अंदर जाने से रोका गया। बोला गया आपके बड़े साहब को बुलाएं पहले। तब जोन कमिश्नर ने निगम कमिश्नर को फोन कर बताया। नगर निगम कमिश्नर कहीं बाहर कहने पर अंदर जाने की अनुमति दी गई। लेकिन पहले पूछा गया आप लोग नगर निगम के ही कितने लोगों को एक-एक कर अंदर जाने दिया गया । बोला गया कि मीडिया अंदर जाने नहीं दिया। यहां तक कि आसपास के बड़े मकानों के लोगों को भी डहरिया परिवार ने तस्वीरें लेने के लिए मीडिया को प्रवेश देने मना कर रखा था। इस पर जोन कमिश्नर ने कहा पहले हम अंदर जाकर सामान का मिलान कर लेते हैं उसके बाद हम मीडिया को फोटो वीडियो उपलब्ध करा देंगे। खाली होने के बाद जोन कमिश्नर मौके पर पहुंचकर भवन को अपने अधीन लिया। इस दौरान पुलिस भी मौजूद रही।

शकुन डहरिया ने खाली किया कब्जा
छत्तीसगढ़ संवाददाता रायपुर, 25 फरवरी। शताब्दी नगर में 15 हजार वर्ग फीट की शासकीय भूमि पर बने आलीशान सामुदायिक भवन से पूर्व मंत्री शिव डहरिया की पत्नी शकुन डहरिया की अध्यक्षता वाली राजश्री सद्भावना समिति ने आज खाली कर दिया है । इस सामान्य से सामुदायिक भवन पर समिति ने कब्जा कर रखा था। और नगरीय प्रशासन मंत्री रहे शिव डहरिया ने शासकीय मदों से 3.50 करोड़ रूपए खर्च कर किले नुमा 12-12 फिट की चारदीवारी के भीतर एक भव्य भवन में ऐशो आराम की सुविधाएं जुटाई थी। यह एक तरह से देश का पहला लग्जिरियस सामुदायिक भवन कहा जा सकता है । यह भवन, इसी इलाके में उनके अपने आवास से लगा हुआ था। सामान्य सभा की बैठक में इस पर मचे बवाल के बाद निगम ने गुरूवार को शकुन को 72 घंटे में खाली करने का नोटिस दिया था। हालांकि वह खाली करने के बजाए स्टे लेने की तैयारी कर रही थीं। लेकिन सभी पहलुओं में स्वयं के पक्ष को कमजोर मानकर शकुन ने कब्जा खाली करने का फैसला किया । सारा सामान इस भवन से निकालकर चंद कदमों की दूरी पर स्थित डहरिया के घर के बाहर रखा गया है। खाली करने में फारच्युनर, स्कार्पियो और मेटाडोर वाहनों का इस्तेमाल किया गया । इस पूरी कवायद के दौरान डहरिया दंपत्ति नजर नहीं आई। घर के नौकर और पैकर्स मुवर्स के लोग ही दिखे।पहले जोन कमिश्नर देवेश कोसरिया को अंदर जाने से रोका गया। बोला गया आपके बड़े साहब को बुलाएं पहले। तब जोन कमिश्नर ने निगम कमिश्नर को फोन कर बताया। नगर निगम कमिश्नर कहीं बाहर कहने पर अंदर जाने की अनुमति दी गई। लेकिन पहले पूछा गया आप लोग नगर निगम के ही कितने लोगों को एक-एक कर अंदर जाने दिया गया । बोला गया कि मीडिया अंदर जाने नहीं दिया। यहां तक कि आसपास के बड़े मकानों के लोगों को भी डहरिया परिवार ने तस्वीरें लेने के लिए मीडिया को प्रवेश देने मना कर रखा था। इस पर जोन कमिश्नर ने कहा पहले हम अंदर जाकर सामान का मिलान कर लेते हैं उसके बाद हम मीडिया को फोटो वीडियो उपलब्ध करा देंगे। खाली होने के बाद जोन कमिश्नर मौके पर पहुंचकर भवन को अपने अधीन लिया। इस दौरान पुलिस भी मौजूद रही।