मेकअप आर्टिस्ट का कोर्स करने इंदौर आई थी युवती:गोली लगने से हुई मौत; मुंहबोला भाई बोला- अनाथ है इसलिए नहीं हो रही कार्रवाई
मेकअप आर्टिस्ट का कोर्स करने इंदौर आई थी युवती:गोली लगने से हुई मौत; मुंहबोला भाई बोला- अनाथ है इसलिए नहीं हो रही कार्रवाई
इंदौर के महालक्ष्मी नगर में जिस युवती की गोली लगने से मौत हुई, उसका मुंहबोला भाई शनिवार को ग्वालियर से इंदौर पहुंचा। पुलिस ने उससे पूछताछ की, पंचनामा तैयार करवाया और अब युवती का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। मुंहबोले भाई का कहना है कि, उसे इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से मिली। उसका आरोप है कि पुलिस कार्रवाई तो कर रही है, लेकिन चूंकि भावना अनाथ थी, इसलिए उचित कार्रवाई नहीं हो रही है। लसूडिया थाना क्षेत्र के महालक्ष्मी नगर स्थित एक फ्लैट में ग्वालियर की रहने वाली भावना उर्फ तन्नु सिंह को गोली लग गई थी। रात के समय तीन लोग उसे कार में बैठाकर बॉम्बे अस्पताल छोड़कर फरार हो गए। अस्पताल में भावना का इलाज शुरू हुआ, लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। आरोपियों की तलाश में टीमें रवाना डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा ने बताया कि इस मामले में 302 का केस दर्ज कर लिया गया है। दो आरोपी आशू और मुकुल यादव है। उनकी महिला साथी की भी तलाश की जा रही है। मृतिका के परिजन से संपर्क हो गया है। आज पीएम के बाद रिपोर्ट से कई जानकारी मिलेगी। आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमें रवाना हो चुकी है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। माता-पिता की एक्सीडेंट में हो चुकी मौत डीसीपी ने बताया कि युवती के माता-पिता का एक्सीडेंट में देहांत हो चुका है। भाई-बहन नहीं है। दादी है, जो कि ग्वालियर में रहती हैं। हालांकि मामले में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि घटना कैसे हुई। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि भावना मेकअप आर्टिस्ट का कोर्स करने के लिए इंदौर आई थी। देसी पिस्टल और राउंड मिले डीसीपी ने बताया कि घटना के बाद घटना स्थल का मौका मुआयना किया गया। घटना स्थल से एक खाली राउंड मिला है। साथ ही वहां से एक देसी पिस्टल और 10-12 राउंड भी बरामद हुए हैं। पांच साल से मुझे राखी बांध रही थी भावना भावना उर्फ तन्नु के मुंहबोले भाई पंकज ठाकुर ने बताया कि वह एक एनजीओ चलता है। इसी दौरान पांच साल पहले भावना संपर्क में आई थी। तभी से वह उन्हें राखी बांधती आ रही थी। एक महीने पहले भावना से बात हुई थी, तब उसने बताया था कि वह ब्यूटीशियन का कोर्स करना है। इसलिए वह इंदौर में इंस्टिट्यूट देखने आई थी। होली तक तो भावना ग्वालियर में ही थी। वह इंदौर कब आई इसकी जानकारी उन्हें भी नहीं है। खुद का क्लाउड किचन चलाती थी भावना पंकज ने बताया कि भावना ग्वालियर में ही रेंट पर रहती थी। वह घर से ही क्लाउड किचन चलाती थी। उससे ही उसका गुजर बसर होता था। वह काफी वक्त पहले दादी से अलग हो गई थी। 10 साल पहले भावना के माता-पिता की एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। उसके पिता कोई कंपनी में जॉब करते थे। शादी हो गई थी, लड़के ने छोड़ दिया था भावना के मुंहबोले भाई ने बताया कि भावना जब दादी के साथ रहती थी, तभी उसकी शादी हो गई थी, लेकिन उस लड़के ने भी उसे छोड़ दिया था। वह अकेली ही रहकर अपना गुजारा करती थी। दादी ने शव लेने से मना कर दिया, इसलिए हम उसका अंतिम संस्कार करेंगे। अनजान लोगों ने पहुंचाया अस्पताल पंकज ने बताया कि सीसीटीवी में जो लोग उसे अस्पताल लेकर आए हैं, वह उन्हें नहीं जानते। उनके नाम आशू यादव और स्वास्ति नाम बता रहे हैं। स्वास्ति, भावना की दोस्त थी। उसका नाम आ रहा है कि स्वास्ति ने उसे बुलाया है। इसकी जानकारी पूरी नहीं है। अनाथ है शायद इसलिए कार्रवाई नहीं पंकज ने कहा कि भावना अनाथ थी, शायद इसलिए कार्रवाई नहीं हो रही है। क्यों केस को इतना ढीला छोड़ा जा रहा है, ये समझ नहीं आ रहा है। वीडियो के माध्यम से हमें घटना का पता चला। जिसके बाद हम यहां आए। हम चाहते हैं कि पुलिस वैसे ही कार्रवाई करें, जैसे दूसरों के साथ करती है। हालांकि पुलिस अभी तक साथ में है। भावना को हम न्याय दिलाएंगे, मैं जब तक हूं, तब तक लडूंगा। इंदौर में ही हुआ अंतिम संस्कार पंकज ने बताया कि भावना की दादी ने शव लेने से मना कर दिया है। इसलिए अंतिम संस्कार भी हम ही कराएंगे। उन्होंने बताया कि, पीएम के बाद शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। संभवत: इंदौर के ही मुक्तिधाम में किया जाएगा।
इंदौर के महालक्ष्मी नगर में जिस युवती की गोली लगने से मौत हुई, उसका मुंहबोला भाई शनिवार को ग्वालियर से इंदौर पहुंचा। पुलिस ने उससे पूछताछ की, पंचनामा तैयार करवाया और अब युवती का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। मुंहबोले भाई का कहना है कि, उसे इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से मिली। उसका आरोप है कि पुलिस कार्रवाई तो कर रही है, लेकिन चूंकि भावना अनाथ थी, इसलिए उचित कार्रवाई नहीं हो रही है। लसूडिया थाना क्षेत्र के महालक्ष्मी नगर स्थित एक फ्लैट में ग्वालियर की रहने वाली भावना उर्फ तन्नु सिंह को गोली लग गई थी। रात के समय तीन लोग उसे कार में बैठाकर बॉम्बे अस्पताल छोड़कर फरार हो गए। अस्पताल में भावना का इलाज शुरू हुआ, लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। आरोपियों की तलाश में टीमें रवाना डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा ने बताया कि इस मामले में 302 का केस दर्ज कर लिया गया है। दो आरोपी आशू और मुकुल यादव है। उनकी महिला साथी की भी तलाश की जा रही है। मृतिका के परिजन से संपर्क हो गया है। आज पीएम के बाद रिपोर्ट से कई जानकारी मिलेगी। आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमें रवाना हो चुकी है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। माता-पिता की एक्सीडेंट में हो चुकी मौत डीसीपी ने बताया कि युवती के माता-पिता का एक्सीडेंट में देहांत हो चुका है। भाई-बहन नहीं है। दादी है, जो कि ग्वालियर में रहती हैं। हालांकि मामले में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि घटना कैसे हुई। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि भावना मेकअप आर्टिस्ट का कोर्स करने के लिए इंदौर आई थी। देसी पिस्टल और राउंड मिले डीसीपी ने बताया कि घटना के बाद घटना स्थल का मौका मुआयना किया गया। घटना स्थल से एक खाली राउंड मिला है। साथ ही वहां से एक देसी पिस्टल और 10-12 राउंड भी बरामद हुए हैं। पांच साल से मुझे राखी बांध रही थी भावना भावना उर्फ तन्नु के मुंहबोले भाई पंकज ठाकुर ने बताया कि वह एक एनजीओ चलता है। इसी दौरान पांच साल पहले भावना संपर्क में आई थी। तभी से वह उन्हें राखी बांधती आ रही थी। एक महीने पहले भावना से बात हुई थी, तब उसने बताया था कि वह ब्यूटीशियन का कोर्स करना है। इसलिए वह इंदौर में इंस्टिट्यूट देखने आई थी। होली तक तो भावना ग्वालियर में ही थी। वह इंदौर कब आई इसकी जानकारी उन्हें भी नहीं है। खुद का क्लाउड किचन चलाती थी भावना पंकज ने बताया कि भावना ग्वालियर में ही रेंट पर रहती थी। वह घर से ही क्लाउड किचन चलाती थी। उससे ही उसका गुजर बसर होता था। वह काफी वक्त पहले दादी से अलग हो गई थी। 10 साल पहले भावना के माता-पिता की एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। उसके पिता कोई कंपनी में जॉब करते थे। शादी हो गई थी, लड़के ने छोड़ दिया था भावना के मुंहबोले भाई ने बताया कि भावना जब दादी के साथ रहती थी, तभी उसकी शादी हो गई थी, लेकिन उस लड़के ने भी उसे छोड़ दिया था। वह अकेली ही रहकर अपना गुजारा करती थी। दादी ने शव लेने से मना कर दिया, इसलिए हम उसका अंतिम संस्कार करेंगे। अनजान लोगों ने पहुंचाया अस्पताल पंकज ने बताया कि सीसीटीवी में जो लोग उसे अस्पताल लेकर आए हैं, वह उन्हें नहीं जानते। उनके नाम आशू यादव और स्वास्ति नाम बता रहे हैं। स्वास्ति, भावना की दोस्त थी। उसका नाम आ रहा है कि स्वास्ति ने उसे बुलाया है। इसकी जानकारी पूरी नहीं है। अनाथ है शायद इसलिए कार्रवाई नहीं पंकज ने कहा कि भावना अनाथ थी, शायद इसलिए कार्रवाई नहीं हो रही है। क्यों केस को इतना ढीला छोड़ा जा रहा है, ये समझ नहीं आ रहा है। वीडियो के माध्यम से हमें घटना का पता चला। जिसके बाद हम यहां आए। हम चाहते हैं कि पुलिस वैसे ही कार्रवाई करें, जैसे दूसरों के साथ करती है। हालांकि पुलिस अभी तक साथ में है। भावना को हम न्याय दिलाएंगे, मैं जब तक हूं, तब तक लडूंगा। इंदौर में ही हुआ अंतिम संस्कार पंकज ने बताया कि भावना की दादी ने शव लेने से मना कर दिया है। इसलिए अंतिम संस्कार भी हम ही कराएंगे। उन्होंने बताया कि, पीएम के बाद शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। संभवत: इंदौर के ही मुक्तिधाम में किया जाएगा।