भारतीय महिला कंपाउंड टीम ने स्वर्ण पदक की हैट्रिक जमाई

अंताल्या, 22 जून । शीर्ष रैंकिंग की भारतीय महिला कंपाउंड टीम शनिवार को तीरंदाजी विश्व कप चरण-3 में स्वर्ण पदक जीत लिया। ज्योति सुरेखा वेनम, अदिति स्वामी और परनीत कौर की भारतीय तिकड़ी ने रोमांचक फ़ाइनल में छठी रैंक की एस्टोनिया को 232-229 से हराकर स्वर्ण जीता। भारतीय कंपाउंड महिला टीम ने इसके साथ ही तीरंदाजी विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने की हैट्रिक पूरी की। यह जीत 2024 तीरंदाजी विश्व कप सीरीज में भारतीय टीम के लिए स्वर्ण पदक की ऐतिहासिक हैट्रिक है, जिसने पहले इस साल की शुरुआत में शंघाई और येचिओन में आयोजित चरणों में शीर्ष सम्मान हासिल किया था। अंताल्या में स्टेज 3 पर, भारतीय महिला टीम ने सिर्फ 10 देशों के मैदान में पहले दौर में बाई के साथ अपना अभियान शुरू किया। इसके बाद उन्होंने अल साल्वाडोर को 235-227 और मेजबान देश तुर्की को 234-227 से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर अपने कौशल और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया। एस्टोनिया के खिलाफ, भारतीय तीरंदाजों ने अपना संयम और सटीकता बनाए रखी और लगातार तीसरा स्वर्ण पदक पक्का किया। इसके विपरीत, शीर्ष क्रम की भारतीय पुरुष कंपाउंड टीम, जिसमें प्रियांश, अभिषेक वर्मा और प्रथमेश फुगे शामिल थे, को अधिक चुनौतीपूर्ण यात्रा का सामना करना पड़ा। तुर्की के खिलाफ नाटकीय सेमीफाइनल शूट-ऑफ के बाद वे फाइनल में जगह बनाने से चूक गए। दोनों टीमें 236 पर बराबरी पर थीं, लेकिन शूट-ऑफ (30*-30) में केंद्र के करीब शूटिंग करके तुर्की ने भारत को पछाड़ दिया। असफलता के बावजूद, भारतीय पुरुष टीम ने फ्रांस के खिलाफ कांस्य पदक मैच में बहादुरी से लड़ाई लड़ी। करीबी मुकाबले में भारत एक अंक से चूक गया और 236-235 से हारकर टूर्नामेंट में चौथे स्थान पर रहा। --(आईएएनएस)

भारतीय महिला कंपाउंड टीम ने स्वर्ण पदक की हैट्रिक जमाई
अंताल्या, 22 जून । शीर्ष रैंकिंग की भारतीय महिला कंपाउंड टीम शनिवार को तीरंदाजी विश्व कप चरण-3 में स्वर्ण पदक जीत लिया। ज्योति सुरेखा वेनम, अदिति स्वामी और परनीत कौर की भारतीय तिकड़ी ने रोमांचक फ़ाइनल में छठी रैंक की एस्टोनिया को 232-229 से हराकर स्वर्ण जीता। भारतीय कंपाउंड महिला टीम ने इसके साथ ही तीरंदाजी विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने की हैट्रिक पूरी की। यह जीत 2024 तीरंदाजी विश्व कप सीरीज में भारतीय टीम के लिए स्वर्ण पदक की ऐतिहासिक हैट्रिक है, जिसने पहले इस साल की शुरुआत में शंघाई और येचिओन में आयोजित चरणों में शीर्ष सम्मान हासिल किया था। अंताल्या में स्टेज 3 पर, भारतीय महिला टीम ने सिर्फ 10 देशों के मैदान में पहले दौर में बाई के साथ अपना अभियान शुरू किया। इसके बाद उन्होंने अल साल्वाडोर को 235-227 और मेजबान देश तुर्की को 234-227 से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर अपने कौशल और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया। एस्टोनिया के खिलाफ, भारतीय तीरंदाजों ने अपना संयम और सटीकता बनाए रखी और लगातार तीसरा स्वर्ण पदक पक्का किया। इसके विपरीत, शीर्ष क्रम की भारतीय पुरुष कंपाउंड टीम, जिसमें प्रियांश, अभिषेक वर्मा और प्रथमेश फुगे शामिल थे, को अधिक चुनौतीपूर्ण यात्रा का सामना करना पड़ा। तुर्की के खिलाफ नाटकीय सेमीफाइनल शूट-ऑफ के बाद वे फाइनल में जगह बनाने से चूक गए। दोनों टीमें 236 पर बराबरी पर थीं, लेकिन शूट-ऑफ (30*-30) में केंद्र के करीब शूटिंग करके तुर्की ने भारत को पछाड़ दिया। असफलता के बावजूद, भारतीय पुरुष टीम ने फ्रांस के खिलाफ कांस्य पदक मैच में बहादुरी से लड़ाई लड़ी। करीबी मुकाबले में भारत एक अंक से चूक गया और 236-235 से हारकर टूर्नामेंट में चौथे स्थान पर रहा। --(आईएएनएस)