बेहतर नृत्य प्रस्तुति पर दिव्यांग चंचला सम्मानित

छत्तीसगढ़ संवाददाता सारंगढ़ बिलाईगढ़, 18 फरवरी। कलेक्टर के एल चौहान के मुख्य आतिथ्य में सारंगढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायत रेडा में मतदाता जागरूकता अभियान अंतर्गत दिव्यांग एवं सियान सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कलेक्टर श्री चौहान ने दिव्यांग चंचला पटेल को सम्मानित किया। दिव्यांग प्रशिक्षक, एक पैर से दिव्यांग होने के बावजूद डेढ़ पैर से नाचने वाली नर्तक चंचला पटेल भी इस मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में शामिल होकर दो गानों में नृत्य की। साथ ही दो मानसिक दिव्यांग को भी इस नृत्य में शामिल कर उनको भी किसी समारोह में नृत्य प्रदर्शन करने का हौसला अफजाई की। उनके ट्राई सायकल पर आना, गाने के बढ़ते क्रम में जमीन पर गिरकर नृत्य करना, फिर एक पैर से खड़ी होकर नृत्य करना। दर्शकों के सामने दिव्यांगता को भूलकर अपने नृत्य में मग्न होकर कार्यक्रम सामान्य ढंग से पूरा कर अपनी बहादूर दिव्यांग श्रेणी के कलाकार का परिचय चंचला पटेल ने सभी दर्शकों को दिया। उनके प्रदर्शन को देखकर कलेक्टर श्री चौहान ने मंच से उतरकर उनको गुलदश्ता देकर नाम, शिक्षा की जानकारी प्राप्त किए। एकल नृत्य के बाद अपने दो सहयोगी के साथ विद्वान रावण द्वारा रचित भगवान श्री शिव के तांडव स्तोत्र पर चंचला ने अपना प्रदर्शन की। उल्लेखनीय है कि बचपन में कक्षा दसवीं के परीक्षा देते जाते समय दुर्घटना में चंचला दिव्यांग हुई। दिव्यांगो की सेवा को लक्ष्य निर्धारित करने वाली इस चंचला पटेल ने स्पेशल बीएड की है और वे जिंदल फाउंडेशन अंतर्गत आशा द होप संस्था में प्रशिक्षक है। इसी प्रकार बरमकेला के किसी संस्था की वह सदस्य भी है। अब तक वे सैकड़ों दिव्यांग को प्रशिक्षण दे चुकी है। विशेष आमंत्रण पर वह दिव्यांग सम्मान और मतदाता जागरूकता अभियान में शामिल हुईं।

बेहतर नृत्य प्रस्तुति पर दिव्यांग चंचला सम्मानित
छत्तीसगढ़ संवाददाता सारंगढ़ बिलाईगढ़, 18 फरवरी। कलेक्टर के एल चौहान के मुख्य आतिथ्य में सारंगढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायत रेडा में मतदाता जागरूकता अभियान अंतर्गत दिव्यांग एवं सियान सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कलेक्टर श्री चौहान ने दिव्यांग चंचला पटेल को सम्मानित किया। दिव्यांग प्रशिक्षक, एक पैर से दिव्यांग होने के बावजूद डेढ़ पैर से नाचने वाली नर्तक चंचला पटेल भी इस मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में शामिल होकर दो गानों में नृत्य की। साथ ही दो मानसिक दिव्यांग को भी इस नृत्य में शामिल कर उनको भी किसी समारोह में नृत्य प्रदर्शन करने का हौसला अफजाई की। उनके ट्राई सायकल पर आना, गाने के बढ़ते क्रम में जमीन पर गिरकर नृत्य करना, फिर एक पैर से खड़ी होकर नृत्य करना। दर्शकों के सामने दिव्यांगता को भूलकर अपने नृत्य में मग्न होकर कार्यक्रम सामान्य ढंग से पूरा कर अपनी बहादूर दिव्यांग श्रेणी के कलाकार का परिचय चंचला पटेल ने सभी दर्शकों को दिया। उनके प्रदर्शन को देखकर कलेक्टर श्री चौहान ने मंच से उतरकर उनको गुलदश्ता देकर नाम, शिक्षा की जानकारी प्राप्त किए। एकल नृत्य के बाद अपने दो सहयोगी के साथ विद्वान रावण द्वारा रचित भगवान श्री शिव के तांडव स्तोत्र पर चंचला ने अपना प्रदर्शन की। उल्लेखनीय है कि बचपन में कक्षा दसवीं के परीक्षा देते जाते समय दुर्घटना में चंचला दिव्यांग हुई। दिव्यांगो की सेवा को लक्ष्य निर्धारित करने वाली इस चंचला पटेल ने स्पेशल बीएड की है और वे जिंदल फाउंडेशन अंतर्गत आशा द होप संस्था में प्रशिक्षक है। इसी प्रकार बरमकेला के किसी संस्था की वह सदस्य भी है। अब तक वे सैकड़ों दिव्यांग को प्रशिक्षण दे चुकी है। विशेष आमंत्रण पर वह दिव्यांग सम्मान और मतदाता जागरूकता अभियान में शामिल हुईं।