निगम क्षेत्र के नाले में बनाया पुल, नजूल की जमीन को सडक़ और शुरू कर दी प्लाटिंग

संत गहिरा गुरु वार्ड परसापाली वेयरहाउस के पीछे के हालात छत्तीसगढ़ संवाददाता अंबिकापुर, 2 मार्च। नगर निगम क्षेत्र व पंचायत क्षेत्र के सरहद पर प्रवाहित नाले के ऊपर खुद से पुलिया निर्माण कर जमीनों की प्लाटिंग का नजारा शहर के संत गहिला गुरु वार्ड क्षेत्र के परसा पाली वेयरहाउस (दवा गोदाम) के पीछे देखा जा सकता है। कई एकड़ में प्लाटिंग कर वहां तक पहुंचाने के लिए निगम क्षेत्र की नजूल भूमि को ही भूमि मालिकों ने सडक़ बना दिया। जेसीबी लगाकर भूमि समतलीकरण का काम भी जोरों पर है। ज्ञात हो कि शहर हो या आसपास के क्षेत्र यहां शासकीय नजूल भूमि को मनमाने तरीके से कब्जे का खेल लंबे समय से चल रहा है। जमीन खरीद बिक्री में दलालों के कारण अंबिकापुर हो या आसपास के क्षेत्र सभी के दाम आसमानों पर है। कई लोगों के द्वारा बड़े पैमाने पर ऐसी जगह कौडिय़ों के भाव जमीन ले ली गई, जहां जाने के लिए रास्ता ही नहीं था। कुछ यही हालत नगर निगम के परसा पाली क्षेत्र में देखे जा रहे हैं। परसापाली स्थित नाला के दूसरी ओर कंठी पंचायत है जहां परसा पाली की ओर से जाने का कोई मार्ग नहीं है। इन्हीं जमीनों को लाखों करोड़ों के भाव में तब्दील करने भूमि स्वामियों के द्वारा नाले के ऊपर बिना परमिशन के ही खुद से पक्की पुलिया का निर्माण कर लिया गया है। जिसकी जहां जमीन वहां पुलिया का निर्माण कर अपनी जमीन को समतलीकरण करा कर प्लाटिंग कर दी गई है। यही नहीं दवा गोदाम के पीछे एक बड़े हिस्से के नजूल भूमि को काटकर चौड़ी सडक़ का निर्माण भी कर दिया गया है। दलाल का 10 फीसदी मिलाकर एक डिसमिल का 3 लाख जो जमीन की कीमत कौडिय़ों के भाव में थी वहीं जमीन अब 3 लाख डिसमिल हो चुकी है। मौके पर मौजूद जमीन खरीद बिक्री के एजेंट ने कहा कि हर जमीन की बिक्री पर उसका 10 प्रतिशत कमीशन है। वही नहर नाले में पक्की पुलिया निर्माण के बारे में पूछने पर उसने कहा कि इसका कोई परमिशन तो नहीं है परंतु जमीन तक आने-जाने के लिए रास्ता तो होना ही चाहिए। कई लोगों ने खेतों मेंले ली जमीन आसपास के कई लोगों ने बताया कि दलालों के द्वारा लालच में आकर कई छोटे तपके के लोगों ने खेतों में जमीन ले ली है, और कई लोग खेत में मकान बनाकर रह भी रहे हैं, परंतु आज तक वहां सडक़ नहीं बन सकी है। जमीन की खरीदी करते समय दलालों के द्वारा यह झांसा दिया गया था कि वहां तक सडक़ बनेगी, परंतु वहां के कई लोग आज भी खेत से ही आना-जाना कर रहे हैं। मैं दिखवाता हूं-एसडीएम अंबिकापुर एसडीएम फगेश सिन्हा ने इस मामले में कहा कि मैं मौके स्थल को दिखवाकर जांच कराता हूं।

निगम क्षेत्र के नाले में बनाया पुल, नजूल की जमीन को सडक़ और शुरू कर दी प्लाटिंग
संत गहिरा गुरु वार्ड परसापाली वेयरहाउस के पीछे के हालात छत्तीसगढ़ संवाददाता अंबिकापुर, 2 मार्च। नगर निगम क्षेत्र व पंचायत क्षेत्र के सरहद पर प्रवाहित नाले के ऊपर खुद से पुलिया निर्माण कर जमीनों की प्लाटिंग का नजारा शहर के संत गहिला गुरु वार्ड क्षेत्र के परसा पाली वेयरहाउस (दवा गोदाम) के पीछे देखा जा सकता है। कई एकड़ में प्लाटिंग कर वहां तक पहुंचाने के लिए निगम क्षेत्र की नजूल भूमि को ही भूमि मालिकों ने सडक़ बना दिया। जेसीबी लगाकर भूमि समतलीकरण का काम भी जोरों पर है। ज्ञात हो कि शहर हो या आसपास के क्षेत्र यहां शासकीय नजूल भूमि को मनमाने तरीके से कब्जे का खेल लंबे समय से चल रहा है। जमीन खरीद बिक्री में दलालों के कारण अंबिकापुर हो या आसपास के क्षेत्र सभी के दाम आसमानों पर है। कई लोगों के द्वारा बड़े पैमाने पर ऐसी जगह कौडिय़ों के भाव जमीन ले ली गई, जहां जाने के लिए रास्ता ही नहीं था। कुछ यही हालत नगर निगम के परसा पाली क्षेत्र में देखे जा रहे हैं। परसापाली स्थित नाला के दूसरी ओर कंठी पंचायत है जहां परसा पाली की ओर से जाने का कोई मार्ग नहीं है। इन्हीं जमीनों को लाखों करोड़ों के भाव में तब्दील करने भूमि स्वामियों के द्वारा नाले के ऊपर बिना परमिशन के ही खुद से पक्की पुलिया का निर्माण कर लिया गया है। जिसकी जहां जमीन वहां पुलिया का निर्माण कर अपनी जमीन को समतलीकरण करा कर प्लाटिंग कर दी गई है। यही नहीं दवा गोदाम के पीछे एक बड़े हिस्से के नजूल भूमि को काटकर चौड़ी सडक़ का निर्माण भी कर दिया गया है। दलाल का 10 फीसदी मिलाकर एक डिसमिल का 3 लाख जो जमीन की कीमत कौडिय़ों के भाव में थी वहीं जमीन अब 3 लाख डिसमिल हो चुकी है। मौके पर मौजूद जमीन खरीद बिक्री के एजेंट ने कहा कि हर जमीन की बिक्री पर उसका 10 प्रतिशत कमीशन है। वही नहर नाले में पक्की पुलिया निर्माण के बारे में पूछने पर उसने कहा कि इसका कोई परमिशन तो नहीं है परंतु जमीन तक आने-जाने के लिए रास्ता तो होना ही चाहिए। कई लोगों ने खेतों मेंले ली जमीन आसपास के कई लोगों ने बताया कि दलालों के द्वारा लालच में आकर कई छोटे तपके के लोगों ने खेतों में जमीन ले ली है, और कई लोग खेत में मकान बनाकर रह भी रहे हैं, परंतु आज तक वहां सडक़ नहीं बन सकी है। जमीन की खरीदी करते समय दलालों के द्वारा यह झांसा दिया गया था कि वहां तक सडक़ बनेगी, परंतु वहां के कई लोग आज भी खेत से ही आना-जाना कर रहे हैं। मैं दिखवाता हूं-एसडीएम अंबिकापुर एसडीएम फगेश सिन्हा ने इस मामले में कहा कि मैं मौके स्थल को दिखवाकर जांच कराता हूं।