दवाई दुकानों में जांच अभियान

छत्तीसगढ़ संवाददाता भाटापारा, 19 फरवरी। बलौदाबाजार-भाटापारा में सभी प्रकार के नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान सृजन के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार की अध्यक्षता में 15 फरवरी को पुलिस कार्यालय सभाकक्ष बलौदाबाजार में जिले के समस्त दवाई दुकानों एवं ड्रग एसोसिएशन के पदाधिकारियों की बैठक आयोजित गई थी, जिसमें जिले के सभी दवाई विक्रेताओं को प्रतिबंधित एवं नशे के रूप में इस्तेमाल होने वाली दवाइयां, कफ सिरप आदि का विक्रय नहीं करने, बिना डॉक्टरी पर्ची के दवाइयां नहीं बेचने आदि हेतु निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देशों के परिपालन में रविवार को संयुक्त टीम द्वारा भाटापारा शहर एवं भाटापारा ग्रामीण क्षेत्र अंतर्गत दवाई दुकानों का चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान संयुक्त टीम द्वारा दवाई दुकानों में उपलब्ध दवाइयां, स्टॉक रजिस्टर आदि का गहन अवलोकन किया गया। साथ ही मेडिकल संचालकों से संदिग्ध एवं प्रतिबंधित दवाइयां की जानकारी लेने वाले संदिग्ध/असमाजिक तत्वों के संबंध में भी पूछताछ किया गया। संयुक्त टीम द्वारा टेस्ट परचेसिंग के तहत छद्म रूप में एक पुलिस स्टाफ को दवाई दुकान में भेज कर प्रतिबंधित एवं नशीली दवाइयां लेने का प्रयास किया गया, जिसमें संबंधित मेडिकल संचालक द्वारा ऐसी किसी भी प्रकार की दवाईयों के उपलब्ध या बिक्री होने के संबंध में स्पष्ट रूप से मना किया गया।

दवाई दुकानों में जांच अभियान
छत्तीसगढ़ संवाददाता भाटापारा, 19 फरवरी। बलौदाबाजार-भाटापारा में सभी प्रकार के नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान सृजन के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार की अध्यक्षता में 15 फरवरी को पुलिस कार्यालय सभाकक्ष बलौदाबाजार में जिले के समस्त दवाई दुकानों एवं ड्रग एसोसिएशन के पदाधिकारियों की बैठक आयोजित गई थी, जिसमें जिले के सभी दवाई विक्रेताओं को प्रतिबंधित एवं नशे के रूप में इस्तेमाल होने वाली दवाइयां, कफ सिरप आदि का विक्रय नहीं करने, बिना डॉक्टरी पर्ची के दवाइयां नहीं बेचने आदि हेतु निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देशों के परिपालन में रविवार को संयुक्त टीम द्वारा भाटापारा शहर एवं भाटापारा ग्रामीण क्षेत्र अंतर्गत दवाई दुकानों का चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान संयुक्त टीम द्वारा दवाई दुकानों में उपलब्ध दवाइयां, स्टॉक रजिस्टर आदि का गहन अवलोकन किया गया। साथ ही मेडिकल संचालकों से संदिग्ध एवं प्रतिबंधित दवाइयां की जानकारी लेने वाले संदिग्ध/असमाजिक तत्वों के संबंध में भी पूछताछ किया गया। संयुक्त टीम द्वारा टेस्ट परचेसिंग के तहत छद्म रूप में एक पुलिस स्टाफ को दवाई दुकान में भेज कर प्रतिबंधित एवं नशीली दवाइयां लेने का प्रयास किया गया, जिसमें संबंधित मेडिकल संचालक द्वारा ऐसी किसी भी प्रकार की दवाईयों के उपलब्ध या बिक्री होने के संबंध में स्पष्ट रूप से मना किया गया।