डॉ. रेशमा अंसारी का गजल संग्रह ‘इल्तिजा है मेरी’ विमोचित

रायपुर, 22 फरवरी। मैट्स विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रेशमा अंसारी के गज़ल संग्रह इल्तिजा है मेरी का विमोचन साहित्यकार अलका सरावगी कोलकाता, मनीषा कुलश्रेष्ठ जयपुर, प्रसिद्ध गजलकार और समालोचक प्रेम भारद्वाज, ज्ञानभिक्षु, दिल्ली, डॉ सुधीर शर्मा रायपुर , डॉ. कमलेश गोगिया, कुलाधिपति गजराज पगारिया, कुलपति प्रो. के. पी. यादव ने किया। इस संग्रह में विभिन्न समसामयिक विषयों से संबंधित 90 गज़लें सूफियाना अंदाज में संकलित हैं, जो हिन्दी तथा उर्दू मिश्रित नई शैली में लिखी गई हैं। इस संग्रह में अनेक कविताएँ प्रेम और अनुभूति का संसार रचती हैं। इस संग्रह में मौसम, प्यार, बारिश, देश, परिवार, प्रकृति, पिता, किताबें, ज्ञान-विज्ञान और चंद्रयान की सफलता का सुख भी है। आशा और विश्वास के सहारे सुमिरन है।

डॉ. रेशमा अंसारी का गजल संग्रह ‘इल्तिजा है मेरी’ विमोचित
रायपुर, 22 फरवरी। मैट्स विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रेशमा अंसारी के गज़ल संग्रह इल्तिजा है मेरी का विमोचन साहित्यकार अलका सरावगी कोलकाता, मनीषा कुलश्रेष्ठ जयपुर, प्रसिद्ध गजलकार और समालोचक प्रेम भारद्वाज, ज्ञानभिक्षु, दिल्ली, डॉ सुधीर शर्मा रायपुर , डॉ. कमलेश गोगिया, कुलाधिपति गजराज पगारिया, कुलपति प्रो. के. पी. यादव ने किया। इस संग्रह में विभिन्न समसामयिक विषयों से संबंधित 90 गज़लें सूफियाना अंदाज में संकलित हैं, जो हिन्दी तथा उर्दू मिश्रित नई शैली में लिखी गई हैं। इस संग्रह में अनेक कविताएँ प्रेम और अनुभूति का संसार रचती हैं। इस संग्रह में मौसम, प्यार, बारिश, देश, परिवार, प्रकृति, पिता, किताबें, ज्ञान-विज्ञान और चंद्रयान की सफलता का सुख भी है। आशा और विश्वास के सहारे सुमिरन है।