कबीर साहेब संत ही नहीं बल्कि महान विचारक व समाज सुधारक भी थे- रोहित

छत्तीसगढ़ संवाददाता राजिम, 23 जून। राजिम नगर स्थित सद्गुरु कबीर आश्रम में संत कबीर प्राकट्य दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजिम विधानसभा क्षेत्र के विधायक रोहित साहू शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा जितेन्द्र सोनकर, विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू, नगर पंचायत उपाध्यक्ष रेखा कुलेश्वर साहू, भाजपा मंडल अध्यक्ष कमल सिन्हा, पार्षद महेश यादव आदि शामिल हुए। सभी अतिथियों ने सतगुरु कबीर साहेब को नमन कर वहाँ उपस्थित संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया। विधायक रोहित साहू ने कहा कि संत कबीर की वाणी हमें जीवन जीने की कला सिखाती हैं। कबीर दास जी ने मध्यकालीन भारत के सामाजिक, धार्मिक और आध्यात्मिक जीवन में अमूल्य योगदान दिया। इन्होंने अपने दोहों, विचारों और जीवनवृत्त से तत्कालीन सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्र में क्रांति का सूत्रपात किया। वे संत होने के साथ ही महान विचारक व समाज सुधारक भी थे। नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा सोनकर ने कहा कि संत कबीर जी ने मध्यकालीन भारत के तत्कालीन समाज में व्याप्त अंधविश्वास, रूढि़वाद, पाखण्ड का घोर विरोध किया। कबीर दास जी ने उस काल में भारतीय समाज में विभिन्न धर्मों और सामाजिक लोगों के बीच आपसी मेल-जोल और भाईचारे का प्रशस्त किया। जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू ने कहा कि कबीर दास जी ने सामाजिक कुरीतियों पर कुठाराघात करते हुए ढाई आखर प्रेम का पढ़े सो पंडित होय का संदेश दिया। यह बात उनके दोहों से साफ झलकती है उन्होंने अपने दोहों के जरिए जीवन में कई सीख दी है। सदगुरु कबीर जी के दिव्य वाणी का प्रकाश आज भी हमें समस्याओं के अंधेरे से निकालकर समाधान के प्रकाश में ले जाता है। कार्यक्रम को अन्य अतिथियों ने भी संबोधित किया। इस दौरान सभी अतिथियों ने नगर पंचायत अध्यक्ष निधि से आश्रम में 2 लाख रूपये की लागत से बनने वाले अतिरिक्त भवन का भूमिपूजन भी किया। इस अवसर पर प्रहलाद गंधर्व, मेघनाथ साहू, तुलाराम साहू, कुलेश्वर साहू, नेहरू साहू सहित बड़ी संख्या में कबीरपंथी अनुयायी उपस्थित थे।

कबीर साहेब संत ही नहीं बल्कि महान विचारक व समाज सुधारक भी थे- रोहित
छत्तीसगढ़ संवाददाता राजिम, 23 जून। राजिम नगर स्थित सद्गुरु कबीर आश्रम में संत कबीर प्राकट्य दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजिम विधानसभा क्षेत्र के विधायक रोहित साहू शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा जितेन्द्र सोनकर, विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू, नगर पंचायत उपाध्यक्ष रेखा कुलेश्वर साहू, भाजपा मंडल अध्यक्ष कमल सिन्हा, पार्षद महेश यादव आदि शामिल हुए। सभी अतिथियों ने सतगुरु कबीर साहेब को नमन कर वहाँ उपस्थित संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया। विधायक रोहित साहू ने कहा कि संत कबीर की वाणी हमें जीवन जीने की कला सिखाती हैं। कबीर दास जी ने मध्यकालीन भारत के सामाजिक, धार्मिक और आध्यात्मिक जीवन में अमूल्य योगदान दिया। इन्होंने अपने दोहों, विचारों और जीवनवृत्त से तत्कालीन सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्र में क्रांति का सूत्रपात किया। वे संत होने के साथ ही महान विचारक व समाज सुधारक भी थे। नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा सोनकर ने कहा कि संत कबीर जी ने मध्यकालीन भारत के तत्कालीन समाज में व्याप्त अंधविश्वास, रूढि़वाद, पाखण्ड का घोर विरोध किया। कबीर दास जी ने उस काल में भारतीय समाज में विभिन्न धर्मों और सामाजिक लोगों के बीच आपसी मेल-जोल और भाईचारे का प्रशस्त किया। जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू ने कहा कि कबीर दास जी ने सामाजिक कुरीतियों पर कुठाराघात करते हुए ढाई आखर प्रेम का पढ़े सो पंडित होय का संदेश दिया। यह बात उनके दोहों से साफ झलकती है उन्होंने अपने दोहों के जरिए जीवन में कई सीख दी है। सदगुरु कबीर जी के दिव्य वाणी का प्रकाश आज भी हमें समस्याओं के अंधेरे से निकालकर समाधान के प्रकाश में ले जाता है। कार्यक्रम को अन्य अतिथियों ने भी संबोधित किया। इस दौरान सभी अतिथियों ने नगर पंचायत अध्यक्ष निधि से आश्रम में 2 लाख रूपये की लागत से बनने वाले अतिरिक्त भवन का भूमिपूजन भी किया। इस अवसर पर प्रहलाद गंधर्व, मेघनाथ साहू, तुलाराम साहू, कुलेश्वर साहू, नेहरू साहू सहित बड़ी संख्या में कबीरपंथी अनुयायी उपस्थित थे।