केन्द्रीय विद्यालय स्टाफ क्वार्टर की छत का प्लास्टर गिरा, शिक्षक की पत्नी घायल

छत्तीसगढ़ संवाददाता चिरमिरी, 29 मार्च। केंद्रीय विद्यालय चिरमिरी के जर्जर स्टाफ क्वार्टर को लेकर एसईसीएल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है, बीते दिन स्टाफ क्वार्टर में निवासरत एक शिक्षक के छत का प्लास्टर गिर गया। क्वार्टर के छत का प्लास्टर गिरने से उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई और उनका लैपटॉप भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। घटना के बाद आनन-फानन में उन्हें उपचार हेतु स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद से उन्हें क्वार्टर में रहने में डर लग रहा है। ज्ञात हो कि विद्यालय के स्टाफ क्वार्टरों में प्लास्टर गिरने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, इसके पूर्व में भी कई अप्रिय घटनाएं घट चुकी है। एसईसीएल प्रबंधन विद्यालय के कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिवार की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहा हैं। उल्लेखनीय है कि विद्यालय प्रशासन द्वारा बार-बार स्टाफ क्वार्टर की मरम्मत की मांग एसईसीएल प्रबंधन से की जाती रही है इसके बावजूद स्टाफ क्वार्टर की मरम्मत को लेकर प्रबंधन गंभीर नहीं है। इस प्रकार की घटना के बाद केंद्रीय विद्यालय चिरमिरी के स्टाफ क्वार्टर में रहने वाले शिक्षक एवं कर्मचारियों को खुद के साथ-साथ परिवार की सुरक्षा की चिंता सताने लगी है। विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने बताया कि स्टॉफ कालोनी में सभी क्वार्टरों की हालत खस्ताहाल है एवं अधिकांश क्वार्टर पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। आए दिन किसी न किसी क्वार्टर का प्लास्टर टूटकर गिरता रहता है। स्टाफ क्वार्टर जर्जर होने की मौखिक एवं लिखित रूप से एसईसीएल प्रबंधन को कई बार शिकायत की गई लेकिन प्रबन्धन द्वारा मरम्मत नहीं कराई जाती है । यदि समय रहते मरम्मत नहीं कराया गया तो कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता। विद्यालय के कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि किसी कर्मचारी के साथ अप्रिय घटना हुई तो इसके लिए एसईसीएल प्रबंधन जिम्मेदार होगा।

केन्द्रीय विद्यालय स्टाफ क्वार्टर की छत का प्लास्टर गिरा, शिक्षक की पत्नी घायल
छत्तीसगढ़ संवाददाता चिरमिरी, 29 मार्च। केंद्रीय विद्यालय चिरमिरी के जर्जर स्टाफ क्वार्टर को लेकर एसईसीएल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है, बीते दिन स्टाफ क्वार्टर में निवासरत एक शिक्षक के छत का प्लास्टर गिर गया। क्वार्टर के छत का प्लास्टर गिरने से उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई और उनका लैपटॉप भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। घटना के बाद आनन-फानन में उन्हें उपचार हेतु स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद से उन्हें क्वार्टर में रहने में डर लग रहा है। ज्ञात हो कि विद्यालय के स्टाफ क्वार्टरों में प्लास्टर गिरने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, इसके पूर्व में भी कई अप्रिय घटनाएं घट चुकी है। एसईसीएल प्रबंधन विद्यालय के कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिवार की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहा हैं। उल्लेखनीय है कि विद्यालय प्रशासन द्वारा बार-बार स्टाफ क्वार्टर की मरम्मत की मांग एसईसीएल प्रबंधन से की जाती रही है इसके बावजूद स्टाफ क्वार्टर की मरम्मत को लेकर प्रबंधन गंभीर नहीं है। इस प्रकार की घटना के बाद केंद्रीय विद्यालय चिरमिरी के स्टाफ क्वार्टर में रहने वाले शिक्षक एवं कर्मचारियों को खुद के साथ-साथ परिवार की सुरक्षा की चिंता सताने लगी है। विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने बताया कि स्टॉफ कालोनी में सभी क्वार्टरों की हालत खस्ताहाल है एवं अधिकांश क्वार्टर पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। आए दिन किसी न किसी क्वार्टर का प्लास्टर टूटकर गिरता रहता है। स्टाफ क्वार्टर जर्जर होने की मौखिक एवं लिखित रूप से एसईसीएल प्रबंधन को कई बार शिकायत की गई लेकिन प्रबन्धन द्वारा मरम्मत नहीं कराई जाती है । यदि समय रहते मरम्मत नहीं कराया गया तो कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता। विद्यालय के कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि किसी कर्मचारी के साथ अप्रिय घटना हुई तो इसके लिए एसईसीएल प्रबंधन जिम्मेदार होगा।