आधा दर्जन स्कूलों का निरीक्षण, लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई

छत्तीसगढ़ संवाददाता बीजापुर, 2 जुलाई।नये शिक्षा सत्र शुरू होते ही कलेक्टर अनुराग पाण्डेय एक्शन मोड पर दिखाई दिए। उन्होंने बीजापुर ब्लॉक के आधा दर्जन स्कूलों का औचक निरीक्षण किया और अनुपस्थित शिक्षकों के वेतन कटौती एवं लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए है। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने आश्रम, छात्रावास तथा स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति, स्कूलों की साफ-सफाई, मध्यान्ह भोजन मीनू चार्ट, टाईम टेबल तथा कक्षाओं के नामकरण का जायजा लिया। शिक्षा व्यवस्था को प्रभावी बनाने की दिशा में शिक्षकों की भूमिका प्रभावी हो, इसके लिए कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने बीजापुर ब्लॉक के अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास, प्री मेट्रिक बालक छात्रावास, कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय, प्राथमिक शाला दुगोली, माध्यमिक शाला दुगोली, प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला तुरनार, जनपद प्राथमिक शाला तुरनार पहुंचकर शैक्षणिक गतिविधियों के साथ भोजन एवं आवासीय व्यवस्था का निरीक्षण किया। कन्या छात्रावास बीजापुर अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति में कार्यरत दोनो अधीक्षिकाएं सहित सभी भृत्य अनुपस्थित रहे। संस्था में 10 बालिकाएं उपस्थित मिली। जिन्हे उचित नास्ता दिए जाने एवं मीनू चार्ट नहीं होने पर कलेक्टर ने सख्त नाराजगी व्यक्त की। संस्था में अनुपस्थिति एवं लापरवाही को देखते हुए कलेक्टर ने दोनों अधीक्षकों एवं भृत्यों के एक वेतन वृद्धि रोकने के कार्यवाही करने के निर्देश दिए और एक भृत्य को कार्य से पृथक करने के निर्देश दिए। वहीं बालक छात्रावास बीजापुर में भी अधीक्षक निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिले जो विलंब से उपस्थित हुए, संस्था में बच्चों की संख्या अत्यंत कम पाई गई तथा मीनू चार्ट और कक्षों के नामकरण के निर्देर्शों का पालन नहीं किया गया। यहां पर अधीक्षक ने मुर्गी पालन केन्द्र बनाया हुआ था। जिस पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त कर 24 घंटे के भीतर हटाते हुए साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने रसोईया के वेशभूषा एवं साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय में 3 शिक्षिकाएं अपने कर्तव्य पर अनुपस्थित पाई गई। यहां की अधीक्षिका ने संस्था में मीनू चार्ट एवं कक्षाओं के नामकरण के निर्देश का पालन नहीं किया जिस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अनुपस्थित शिक्षिकों सहित अधीक्षक के उपर एक दिन के वेतन कटौती की कार्यवाही का निर्देश दिया। संस्था में बच्चों को भोजन में चावल और सब्जी परोसा गया था जिस पर कलेक्टर ने प्रतिदिन मीनू के अनुरूप दाल एवं सब्जी उपलब्ध कराने के सख्त निर्देश दिए। इसके पश्चात कलेक्टर ने प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला दुगोली तथा प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला तुरनार एवं जनपद प्राथमिक शाला तुमनार का निरीक्षण कर देरी से आने वाले शिक्षकों को समय पर स्कूल पहुंचने और अनुशासन स्थापित करने के निर्देश दिए। बच्चों को शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई गणवेश और पाठ्य पुस्तक वितरीत किये जाने का जायजा लिया और समयबद्ध पाठ्यक्रम अनुसार शैक्षणिक गतिविधियों संचालित करने के निर्देश दिए।

आधा दर्जन स्कूलों का निरीक्षण, लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई
छत्तीसगढ़ संवाददाता बीजापुर, 2 जुलाई।नये शिक्षा सत्र शुरू होते ही कलेक्टर अनुराग पाण्डेय एक्शन मोड पर दिखाई दिए। उन्होंने बीजापुर ब्लॉक के आधा दर्जन स्कूलों का औचक निरीक्षण किया और अनुपस्थित शिक्षकों के वेतन कटौती एवं लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए है। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने आश्रम, छात्रावास तथा स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति, स्कूलों की साफ-सफाई, मध्यान्ह भोजन मीनू चार्ट, टाईम टेबल तथा कक्षाओं के नामकरण का जायजा लिया। शिक्षा व्यवस्था को प्रभावी बनाने की दिशा में शिक्षकों की भूमिका प्रभावी हो, इसके लिए कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने बीजापुर ब्लॉक के अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास, प्री मेट्रिक बालक छात्रावास, कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय, प्राथमिक शाला दुगोली, माध्यमिक शाला दुगोली, प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला तुरनार, जनपद प्राथमिक शाला तुरनार पहुंचकर शैक्षणिक गतिविधियों के साथ भोजन एवं आवासीय व्यवस्था का निरीक्षण किया। कन्या छात्रावास बीजापुर अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति में कार्यरत दोनो अधीक्षिकाएं सहित सभी भृत्य अनुपस्थित रहे। संस्था में 10 बालिकाएं उपस्थित मिली। जिन्हे उचित नास्ता दिए जाने एवं मीनू चार्ट नहीं होने पर कलेक्टर ने सख्त नाराजगी व्यक्त की। संस्था में अनुपस्थिति एवं लापरवाही को देखते हुए कलेक्टर ने दोनों अधीक्षकों एवं भृत्यों के एक वेतन वृद्धि रोकने के कार्यवाही करने के निर्देश दिए और एक भृत्य को कार्य से पृथक करने के निर्देश दिए। वहीं बालक छात्रावास बीजापुर में भी अधीक्षक निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिले जो विलंब से उपस्थित हुए, संस्था में बच्चों की संख्या अत्यंत कम पाई गई तथा मीनू चार्ट और कक्षों के नामकरण के निर्देर्शों का पालन नहीं किया गया। यहां पर अधीक्षक ने मुर्गी पालन केन्द्र बनाया हुआ था। जिस पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त कर 24 घंटे के भीतर हटाते हुए साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने रसोईया के वेशभूषा एवं साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय में 3 शिक्षिकाएं अपने कर्तव्य पर अनुपस्थित पाई गई। यहां की अधीक्षिका ने संस्था में मीनू चार्ट एवं कक्षाओं के नामकरण के निर्देश का पालन नहीं किया जिस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अनुपस्थित शिक्षिकों सहित अधीक्षक के उपर एक दिन के वेतन कटौती की कार्यवाही का निर्देश दिया। संस्था में बच्चों को भोजन में चावल और सब्जी परोसा गया था जिस पर कलेक्टर ने प्रतिदिन मीनू के अनुरूप दाल एवं सब्जी उपलब्ध कराने के सख्त निर्देश दिए। इसके पश्चात कलेक्टर ने प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला दुगोली तथा प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला तुरनार एवं जनपद प्राथमिक शाला तुमनार का निरीक्षण कर देरी से आने वाले शिक्षकों को समय पर स्कूल पहुंचने और अनुशासन स्थापित करने के निर्देश दिए। बच्चों को शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई गणवेश और पाठ्य पुस्तक वितरीत किये जाने का जायजा लिया और समयबद्ध पाठ्यक्रम अनुसार शैक्षणिक गतिविधियों संचालित करने के निर्देश दिए।