मलेरिया मुक्त दंतेवाड़ा का संकल्प

छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा, 10 जून। मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के 10 वें चरण का आगाज सोमवार को भोगाम में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य रामू राम नेताम और मोहन ठाकुर के द्वारा किया गया। अभियान के तहत 5 जुलाई तक दंतेवाड़ा जिले के सभी विकास खंडो में विशेष मलेरिया मुक्त अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की ओर से अपील की गई है कि बुखार से संबंधित कोई भी शिकायत होने पर तुरंत निकट के स्वास्थ्य केन्द्र में जांच करवाएं एवं मलेरिया व डेंगू की रोकथाम तथा इससे बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें। इसके अलावा घरों के आस-पास साफ-सफाई रखने, डेंगू तथा मलेरिया के मच्छरों की उत्पत्ति के कारक जैसे कूलर व पानी की खुली टंकियों की नियमित सफाई करने, फटे-पुराने टायर-ट्यूब, टूटे-फूटे मटके, बाल्टी, टीन एवं प्लास्टिक एवं कबाड़ के डिब्बे, घर के सजावटी गमलों, मनी प्लांट के पौट, फ्रीज के नीचे ट्रे जैसे सामानों पर पानी जमा न होने, प्रति दिन रात को सोते समय मच्छरदानी उपयोग करने की भी समझाईश दी गई है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय बसाक, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.मंडल, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. विजय कर्मा, डॉ. प्रियंका सक्सेना, विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक जीवन नाग, बी.इ.टी.ओ बाल सिंह नेताम, राज देवांगन, सीपी पांडेय, भूपेंद्र साहू एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन मौजूद थे।

मलेरिया मुक्त दंतेवाड़ा  का संकल्प
छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा, 10 जून। मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के 10 वें चरण का आगाज सोमवार को भोगाम में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य रामू राम नेताम और मोहन ठाकुर के द्वारा किया गया। अभियान के तहत 5 जुलाई तक दंतेवाड़ा जिले के सभी विकास खंडो में विशेष मलेरिया मुक्त अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की ओर से अपील की गई है कि बुखार से संबंधित कोई भी शिकायत होने पर तुरंत निकट के स्वास्थ्य केन्द्र में जांच करवाएं एवं मलेरिया व डेंगू की रोकथाम तथा इससे बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें। इसके अलावा घरों के आस-पास साफ-सफाई रखने, डेंगू तथा मलेरिया के मच्छरों की उत्पत्ति के कारक जैसे कूलर व पानी की खुली टंकियों की नियमित सफाई करने, फटे-पुराने टायर-ट्यूब, टूटे-फूटे मटके, बाल्टी, टीन एवं प्लास्टिक एवं कबाड़ के डिब्बे, घर के सजावटी गमलों, मनी प्लांट के पौट, फ्रीज के नीचे ट्रे जैसे सामानों पर पानी जमा न होने, प्रति दिन रात को सोते समय मच्छरदानी उपयोग करने की भी समझाईश दी गई है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय बसाक, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.मंडल, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. विजय कर्मा, डॉ. प्रियंका सक्सेना, विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक जीवन नाग, बी.इ.टी.ओ बाल सिंह नेताम, राज देवांगन, सीपी पांडेय, भूपेंद्र साहू एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन मौजूद थे।